श्रीनगर: लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने वीरवार को इंडस्ट्रियल एस्टेट सेमपोरा, मैडिसटी श्रीनगर में मिल्ली ट्रस्ट दिल्ली द्वारा विकसित किए जा रहे कश्मीर मैडीकल कॉलेज और सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल की आधारशिला रखी। इस अवसर पर ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में सभा को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि यह परियोजना यूटी के स्वास्थ्य क्षेत्र में निजी क्षेत्र के सबसे बडेÞ निवेशों में से एक है जो दक्षता और देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करेगी। उपराज्यपाल ने कहाकि युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए 150 एमबीबीएस सीटों के साथ मैडीकल कॉलेज का विकास होगा और 100 बिस्तरों वाला अस्पताल सस्ती दरों पर विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेगा।
यह परियोजना 2000 स्थानीय युवाओं को रोजगार का अवसर प्रदान करेगी। उपराज्यपाल ने कहा कि प्रशासन ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग के लिए गहराई से और ईमानदारी से प्रतिबद्ध है। उपराज्यपाल ने यूटी में विकसित किए जा रहे बुनियादी ढांचे का विवरण भी साझा किया। उपराज्यपाल ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में 1.25 लाख करोड़ रु पये की सड़क और राजमार्ग परियोजनाएं पूरी की जा रही हैं और हमने निवेश के लिए आवश्यक संस्थागत ढांचे भी बनाए हैं। उन्होंने कहा कि नए कटड़ा-दिल्ली एक्सप्रेसवे के पूरा होने से दिल्ली 6 घंटे में संभव होगा, जबकि कश्मीर से दिल्ली की यात्रा में केवल 9 घंटे लगेंगे। उपराज्यपाल ने आगे कहा कि दुनिया का सबसे ऊंचा प्रतिष्ठित रेल पुल पूरा हो गया है जो इस साल के अंत तक कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच कनैक्टिविटी प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि हवाई संपर्क के संबंध में 2 मई से 126 उड़ानें संचालित होंगी। उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर यूटी कई स्वास्थ्य मानकों पर राष्ट्रीय औसत से आगे है और हमारे पास दो एम्स, 9 मैडीकल कॉलेज हैं। जम्मूकश्मीर स्वास्थ्य सुविधाओं पर प्रति व्यक्ति खर्च के मामले में भी सबसे आगे है और आयुष्मान सेहत के तहत यूटी में हर परिवार शामिल है। उन्होंने कहा कि हम जम्मू कश्मीर को चिकित्सा पर्यटन के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में बदलने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश के अद्वितीय विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डा. अरुण कुमार मेहता मुख्य सचिव, फैयाज अहमद अध्यक्ष मिली ट्रस्ट और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।