नगर परिषद राजौरी ने 1947 के शहीदों को बलिदान स्तंभ समर्पित किया, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

राजौरी: नगर परिषद राजौरी में आज मोहमद आरिफ अध्यक्ष नगर परिषद राजौरी ने उपायुक्त राजौरी विकास कुंडल की उपस्थिति में नवनिर्मित बलिदान स्तंभ युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया और इसे राजौरी के 1947 के शहीदों की स्मृति में समर्पित किया। इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए मोहमद आरिफ ने कहा1947 की शुरु आत.

राजौरी: नगर परिषद राजौरी में आज मोहमद आरिफ अध्यक्ष नगर परिषद राजौरी ने उपायुक्त राजौरी विकास कुंडल की उपस्थिति में नवनिर्मित बलिदान स्तंभ युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया और इसे राजौरी के 1947 के शहीदों की स्मृति में समर्पित किया। इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए मोहमद आरिफ ने कहा1947 की शुरु आत में पाकिस्तानी घुसपैठियों ने राजौरी के महत्वपूर्ण शहर पर कब्जा कर लिया। 12 अप्रैल,1948 को राजौरी की मुक्ति के लिए जवान आगे बढ़े। 13 अप्रैल,1948 को राजौरी के बहादुर नागरिकों की सहायता से हमारे सशस्त्रबलों की वीरतापूर्ण कार्रवाई से राजौरी को घुसपैठियों से मुक्त कराया गया था।

राजौरी की मुक्ति के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैन्य और नागरिक बहादुरों को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल राजौरी दिवस मनाया जाता है। पाकिस्तान ने मीरपुर पर कब्जा करने के बाद रेंजरों और कबायलियों को भेज कर 23 नवंबर, 1947 को राजौरी शहर पर कब्जा कर लिया था। इस दिन दिवाली थी। जहां पूरा देश दिवाली मना रहा था राजौरी में खून की होली खेली जा रही थी। आक्र मण के समय शहर के अल्पसंख्यक हिंदू और सिख परिवारों की हालत चिंताजनक थी। उन्होंने पुलिस से आत्मरक्षा के लिए हथियार व गोला-बारूद की मांग की, जिसे नकार दिया गया।

शहर पर आक्र मण के बाद जब शहर वासियों को पता चला कि भारतीय सेना उनकी रक्षा के लिए नहीं पहुंच रही है तो उन्होंने रात के अंधेरे में शहर छोड़ना शुरू कर दिया। भारी संख्या में अल्पसंख्यक शहर नहीं छोड़ पाए, जिनमें महिलाएं बच्चे व बुजुर्ग शामिल थे। सामूहिक धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया तो बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों ने जहर खाकर दी थी जान दी,पाकिस्तानी सेना व कबायलियों ने इस दौरान लोगों को सामूहिक धर्मपरिवर्तन के लिए मजबूर करना शुरू कर दिया। हर तरफ से निराश होकर बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने जहर खाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली और अपने आत्मसम्मान की रक्षा की।

उन्होंने नगर परिषद राजौरी के कार्यकाल के दौरान पूरी की गई विकास परियोजनाओं की भी प्रशंसा की और उनकी सराहना की। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि राजौरी की नगर परिषद ने बहुत ईमानदारी से काम किया, सभी समस्याओं का सामना किया और स्वास्थ्य, स्वच्छता, स्वच्छता से संबंधित सभी समस्याओं को दूर किया और राजौरी शहर में अन्य विकास पहल की इस अवसर पर पूर्व एमएलसी विबोध गुप्ता, दिनेश शर्मा जिलाध्यक्ष भाजपा, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष व पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा राजेंद्र गुप्ता, वरिष्ठ पार्षद पुष्पिंद्र गुप्ता, पार्षद ममता दत्त, पार्षद योगेश शर्मा, पार्षद कुलदीप राज, अशोक गुप्ता, सराफ, हरदेव वर्मा, सरपंच योगेश शर्मा, सरदार नर्मन सिंह, नसीर अहमद, शहीद परिवारों के सदस्य एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

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