जम्मू: किसानों के कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सभी 20 जिलों के किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) का विस्तार किया है। स्कास्ट-जम्मू में शुक्रवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के विस्तार के समारोह का शुभारंभ करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि यह योजना प्राकृतिक आपदाओं और बेमौसम बारिश से होने वाली फसल के नुकसान के खिलाफ व्यापक कवरेज प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल किसानों की आय को स्थिर करेगी और उन्हें जलवायु आपदा से पर्याप्त बीमा सुरक्षा के साथ नवीन प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
उन्होंने कहा कि मैं सभी किसानों से पीएम फसल बीमा योजना का लाभ उठाने का आग्रह करता हूं। उपराज्यपाल ने कहा कि यूटी में पीएमएफबीवाई के कार्यान्वयन से जम्मू कश्मीर में कृषि परिदृश्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और प्रगतिशील वातावरण बनाने में यूटी प्रशासन के प्रयासों का भी पूरक होगा। पीएमएफबीवाई के कार्यान्वयनमें प्रासंगिक जानकारी और पारदर्शिता का उचित प्रसार सुनिश्चित किया जाएगा। उपराज्यपाल ने कहा कि फसल बीमा मोबाइल ऐप, बीमा कंपनी का टोल फ्री नंबर किसानों को नुकसान के बारे में रिपोर्ट करने की सुविधा प्रदान करेगा। उपराज्यपाल ने पिछले 30 महीनों में जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में पेश किए गए कृषि सुधारों पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि किसानों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उपराज्यपाल ने कहा कि यूटी प्रशासन ने समावेशी विकास की दृष्टि को आकार देने के लिए कृषि, बागवानी और संबद्ध क्षेत्रों में बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि कृषि और संबद्ध क्षेत्र जम्मू कश्मीर के समृद्ध भविष्य का मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए 5013 करोड़ रुपये की लागत वाली 29 परियोजनाएं कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से संबंधित सभी मुद्दों का एक एकीकृत समाधान प्रदान करेंगी जिससे बर्बादी कम होगी और उत्पादन बढ़ेगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि समग्र कृषि विकास योजना के सावधानीपूर्वक कार्यान्वयन के साथ, हम कृषि क्षेत्र में 12 प्रतिशत की वृद्धि हासिल कर सकते हैं।उपराज्यपाल ने कहा कि हमारा प्रयास कृषि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करना, किसानों के लिए विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना और नए कृषि व्यवसाय उद्यमों की स्थापना की सुविधा प्रदान करना है। उपराज्यपाल ने कहा कि हम अपने कृषक समुदाय और कृषि और संबद्ध क्षेत्र से जुड़े अन्य हितधारकों के जीवन में समृद्धि लाने के लिए एक मजबूत संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
प्रशासन भेड़ और बकरी क्षेत्र में उद्यमशीलता को भी बढ़ावा दे रहा है और किसानों को बाजरा फसल अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। उपराज्यपाल ने बड़ी संख्या में किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कृषि उत्पादन और संबद्ध विभागों की सराहना की। उन्होंने किसानों की आय के मामले में जम्मू- कश्मीर को नंबर एक क्षेत्र में बदलने के लिए समिर्पत और सामूहिक प्रयास और सरकार की नीतियों के कार्यान्वयन में लोगों की भागीदारी की मांग की। उपराज्यपाल ने लोगों के हितों की रक्षा के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया।
इस अवसर पर कृषि उत्पादन विभाग ने अच्छी गुणवत्ता प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय बीज निगम के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर उपराज्यपाल द्वारा एचएडीपी के तहत 29 परियोजनाओं पर माइलस्टोन रिपोर्ट और समग्र कृषि विकास योजना के लोगो और एक कॉफी टेबल बुक विहान का विमोचन किया। जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों के लिए सिंचाई कार्यक्र म 2023-24 जारी किया गया।
इसके अलावा राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत लाभार्थी उद्यमियों को स्वीकृति पत्र सौंपे गए। किसानों की जागरूकता और उनकी सफलता की कहानियों को बढ़ावा देने के लिए कृषि उत्पादन विभाग का एक समर्पित यूट्यूब चैनल भी लांच किया गया। समारोह में अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि उत्पादन विभाग अटल डुल्लू, वाइस चांसलर स्कास्ट-जम्मू प्रो. नजीर आह गनई, विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, किसान सलाहकार बोर्ड के सदस्य और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।