श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि लोकसभा सदस्य शेख अब्दुल रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) और जमात-ए-इस्लामी के बीच हुए गठबंधन की डोर कहीं ओर से जुड़ी है और नेकां को टक्कर देने के लिए इसे कहीं ओर से खींचा जा रहा है। एआईपी और जमात-ए-इस्लामी पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने पुलवामा जिले के पंपोर विधानसभा क्षेत्र में संवाददाताओं से कहा, ‘‘उनके तार कहीं और से जुड़े हुए हैं, उन्हें किसी ओर से आदेश मिलते हैं और वे उन्हीं की धुन पर नाचते हैं।’’
पूर्व मुख्यमंत्री एआईपी द्वारा प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के पूर्व सदस्यों के साथ गठबंधन करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। अब्दुल्ला ने कहा, कि ‘उन्हें नेशनल कॉन्फ्रेंस से मुकाबला करने के लिए मैदान में उतारा गया है। हमें कोई समस्या नहीं है, हम उनसे लड़ेंगे।’’ भाजपा के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा श्रीनगर में संबोधित की जाने वाली चुनावी रैली में 30,000 लोगों के आने की उम्मीद है, नेकां उपाध्यक्ष ने कहा कि रैलियों के लिए लोगों को इकट्ठा किया जा सकता है, लेकिन जरूरी नहीं कि ये (संख्या) वोट में तब्दील हो जाएं।
उन्होंने दावा किया, कि ‘पैसे का इस्तेमाल करके 30,000 लोगों को इकट्ठा करना कितना मुश्किल है? प्रधानमंत्री ने पहले भी सरकारी कर्मचारियों को इकट्ठा करके एक रैली को संबोधित किया है। मुझे रैलियां मत दिखाइए, मुझे ये दिखाइए कि वोट किसे मिलता है। भाजपा को कश्मीर घाटी से एक सीट जीतने दीजिए, फिर हम बात कर सकते हैं।’’ अब्दुल्ला ने कहा कि पहले चरण के चुनाव के लिए नेकां का अभियान अच्छा रहा। उन्होंने कहा, कि हमारा अभियान अच्छा रहा है..नेकां कार्यक्रमों में लोगों की भागीदारी अधिक रही और हमें उम्मीद है कि बड़ी संख्या में नेकां उम्मीदवारों को वोट मिलेंगी और वे जीतेंगे।