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तीन दिवसीय उत्सव 5 अप्रैल से 7 अप्रैल ‘पंच- प्रण’ जम्मू विश्वविद्यालय में होगा : प्रो.उमेश राय

जम्मू: जम्मू विश्वविद्यालय, हिन्दुस्थान समाचार न्यूज एजैंसी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र व कलस्टर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वधान में तीन दिन का मेगा कार्यक्र म पंच प्रण उत्सव जनरल जोरावर सिंह सभागार में आयोजित होने जा रहा है। यह कार्यक्र म 5 से 7 अप्रैल तक जम्मू विश्वविद्यालय में होगा। जम्मू विश्वविद्यालय में आयोजित एक.

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जम्मू: जम्मू विश्वविद्यालय, हिन्दुस्थान समाचार न्यूज एजैंसी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र व कलस्टर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वधान में तीन दिन का मेगा कार्यक्र म पंच प्रण उत्सव जनरल जोरावर सिंह सभागार में आयोजित होने जा रहा है। यह कार्यक्र म 5 से 7 अप्रैल तक जम्मू विश्वविद्यालय में होगा। जम्मू विश्वविद्यालय में आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी उपकुलपति प्रो.उमेश राय ने दी।

उन्होंने बताया कि 5 अप्रैल को इस कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह सभागार में 5:30 बजे होगा, जिसके मुख्य अतिथि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा होंगे। वहीं भारत के राष्ट्रपति के प्रैस सचिव अजय कुमार सिंह इस मौके पर मुख्य वक्ता होंगे। जबकि जम्मू विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफै सर उमेश राय अध्यीक्षय संबोधन करेंगे।

इस अवसर पर पंच प्रण प्रदर्शनी व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस मौके पर हिन्दुस्थान समाचार के चेयरमैन अरविंद मार्डरकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंच प्रण संकल्प के बारे में विस्तार से अपने विचार रखेंगे। प्रधानमंत्री के पंच प्रण में पहला विकसित भारत बनाने का लक्ष्य है जबकि दूसरा उपनिवेशिकता से मुक्ति, तीसरा अपनी सांस्कृतिक विरासम पर गर्व, चौथा राष्ट्र की एकजुटता का भाव तथा पांचवां नागरिक कर्तव्य का पालन है।

उन्होंने कहा कि लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त, 2022 को 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने पंच प्रण की कल्पना करते हुए देश के नागरिकों खास कर युवाओं से इसे आत्मसात करने का आग्रह किया था ताकि भारत दुनिया को अपना नेतृत्व प्रदान कर सके। भारत का ताज कहे जाने वाला जम्मू कश्मीर आदि काल से ज्ञान का केंद्र बिंदु रहा है। शारदा पीठ शिक्षा ज्ञान, शिक्षा और अध्यात्म का सर्वश्रेष्ठ रहा है।

आज जब जम्मू विश्वविद्यलय नई तकनीक और भारतीय ज्ञान परंपरा को साथ लेकर चलने का अभिनव प्रयास कर रहा है, ऐसे में पंच प्रण का यह कार्यक्र म परिसर में सार्थक उर्जा के संचार का कार्य करेगा। विकिसत भारत के पांच सोपान ही पंच प्रण हैं और जब पांचवें सोपान पर भारत पहुंचेगा तब वह विकसित भारत होगा इसके लिए 2047 का लक्ष्य रखा गया है। यह पंच प्रण एक निरंतरता में है जिसे शिक्षा के जरिये ही प्राप्त किया जा सकता है इसलिए प्रधानमंत्री ने युवाओं से पंच प्रण लेने का आह्वान किया है।

पंच प्रण में जो तत्व हैं वह व्यक्ति को नैतिक और शैक्षणिकि शक्ति प्रदान करने वाले हैं। इनकोआत्मसात कर समाज अपने शौर्य को प्राप्त कर सकता है। आजादी की सौंवी वर्षगांठ में हम जिस सपनों के भारत का निर्माण करना चाहते हैं उसकी धारा विश्वविद्यालय परिसर से फूटती है, इसलिए शैक्षणिक संस्थानों का यह कर्तव्य है कि वह इस चुनौतीपूर्ण वातावरण में युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन करें।

6 अप्रैल को पंच प्रण का कार्यक्र म दोपहर 2 बजे ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह सभागार में होगा, जिसमें तीसरे प्रण अपनी सांस्कृति विरासत पर गर्व पर व्याख्यान होगा। भारत सरकार के पूर्व मुख्य सचिव बी.आर. शर्मा इसकी अध्यक्षता करेंगे। जबकि जम्मू-कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश के जाने माने कवि पद्मश्री के.डी. मैनी इस पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 3 बजे प्रण 2 औपनिवेशिकता से मुक्त पर पनुन कश्मीर के संयोजक डा.अग्निशेखर अपना व्याख्यान देंगे जबकि जम्मू विश्व विद्यालय के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.सुमन जम्वाल इसकी अध्यक्षता करेंगी।

वहीं 7 अप्रैल को दोपहर 2.00 बजे चौथे प्रण राष्ट्र की एकता एकजुटता का भाव पर वीआरसी कर्नल विरेन्द्र साही अपना व्याख्यान देंगे जबकि इसकी अध्यक्षता डोगरी संस्था जम्मू के अध्यक्ष व जम्मू विश्वविद्यालय के फिजिक्स विभाग के पूर्व विभाध्यक्ष प्रो.ललित मगोत्रा करेंगे। इसी तरह विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।

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