Jan Aushadhi Diwas : देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जन औषधि दिवस के अवसर पर स्वस्थ और फिट भारत सुनिश्चित करते हुए सभी नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली, सस्ती दवाएं प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
हर साल सात मार्च को जन औषधि दिवस मनाया जाता है ताकि इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके और जेनेरिक दवाओं के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा सके। इस पहल को समर्थन देने के लिए एक से सात मार्च तक पूरे देश में सप्ताह भर के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘जन औषधि दिवस लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली और सस्ती दवाइयाँ उपलब्ध कराने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे एक स्वस्थ और फिट भारत सुनिश्चित होता है। यह धागा इस दिशा में उठाए गए कदमों की एक झलक प्रस्तुत करता है…
#JanAushadhiDiwas reflects our commitment to provide top quality and affordable medicines to people, ensuring a healthy and fit India. This thread offers a glimpse of the ground covered in this direction… https://t.co/2oUskQvrda
— Narendra Modi (@narendramodi) March 7, 2025
बात दे कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) को नवंबर 2008 में रसायन और उर्वरक मंत्रलय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा केंद्रीय फार्मा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के सहयोग से शुरू किया गया था। इस पहल का उद्देशय़ प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके) नामक सर्मिपत दुकानों के माध्यम से जनता को सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है।
जन औषधि दवाओं की कीमतें खुले बाजार में उपलब्ध ब्रांडेड दवाओं की कीमतों से 50-80 प्रतिशत कम हैं। उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए दवाएं केवल विश्व स्वास्थ्य संगठन – अच्छे विनिर्माण अभ्यास (डब्ल्यूएचओ-जीएमपी) प्रमाणित निर्माताओं से ही खरीदी जाती हैं।