Jhansi hospital Fire : उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में शुक्रवार देर रात लगी भीषण आग में कम से कम 10 नवजात शिशुओं की जलने और दम घुटने से मौत हो गई। शनिवार सुबह झांसी पहुंचे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि वार्ड में कुल 49 बच्चे थे, जिसकी क्षमता केवल 18 बिस्तरों की है।
हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की…
— PMO India (@PMOIndia) November 16, 2024
PM @narendramodi has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF for the next of kin of each deceased in the mishap in the fire accident at Jhansi Medical College in Uttar Pradesh. The injured would be given Rs. 50,000. https://t.co/V8VVQqBb6M
— PMO India (@PMOIndia) November 16, 2024
उन्होंने कहा कि सात बच्चों के शवों की पहचान कर ली गई है, जबकि तीन की पहचान नहीं हो पाई है। बृजेश पाठक ने कहा कि उनकी पहचान करने और उनके परिजनों तक पहुंचने के प्रयास जारी हैं। पाठक ने कहा कि आग में घायल हुए 17 अन्य बच्चों का वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विंग और विभिन्न निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जिनमें से सात को निजी सुविधाओं में भर्ती कराया गया है।
कानपुर जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक सिंह ने पहले कहा था कि घटना के समय वार्ड में 47 शिशु भर्ती थे, जिसमें 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई और 37 को बचा लिया गया।
इस त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मंडल आयुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी को घटना की जांच करने का आदेश दिया है। अधिकारियों को 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
“झांसी जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में हुई दुर्घटना में बच्चों की मौत अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए गए हैं।” उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।
जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है।
जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 15, 2024
दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और अग्निशमन प्रयासों में सहायता के लिए सेना को भी बुलाया गया। अधिकारियों ने आग के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
SSP ने बताया कि, “मेडिकल कॉलेज ने बताया है कि घटना के समय 52 से 54 बच्चे भर्ती थे। उनमें से 10 की मौत हो गई है, 16 का इलाज चल रहा है जबकि अन्य की पुष्टि की जा रही है।”
आग का कारण:
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट-सर्किट बताया जा रहा है, जिससे पूरा वार्ड घने धुएं से भर गया। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) अविनाश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि आग रात करीब 10.45 बजे NICU में लगी, जो संभवतः बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण लगी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा:
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात करीब 10:45 बजे NICU से सबसे पहले धुआं निकलता देखा गया। आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो अफरा-तफरी मच गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, आग की लपटें पूरे वार्ड में फैल गईं। बच्चों को बाहर निकालने के प्रयासों के बावजूद, घने धुएं और आग की लपटों ने दरवाजे को अवरुद्ध कर दिया, जिससे उन्हें समय पर बचाना असंभव हो गया। कुछ ही देर बाद दमकलकर्मी घटनास्थल पर पहुंच गए और अन्य शिशुओं को बचाने में सफल रहे।
घायल शिशुओं का क्या हुआ?
झांसी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) सुधा सिंह ने शनिवार को पहले कहा कि इस घटना में घायल हुए 16 अन्य बच्चों का इलाज चल रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, घटना के समय NICU में 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे। उन्होंने कहा कि उनके लिए सभी डॉक्टर उपलब्ध हैं, साथ ही पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं भी हैं।
महोबा जिले के एक दंपति ने अपने नवजात बच्चे की मौत पर शोक व्यक्त किया। मां ने संवाददाताओं को बताया कि बच्चे का जन्म 13 नवंबर को सुबह 8 बजे हुआ था।
वीडियो सामने आए:
झांसी मेडिकल कॉलेज से कथित तौर पर सामने आए दृश्यों में घबराए हुए मरीजों और उनके तीमारदारों को बाहर निकाला जा रहा है, जबकि कई पुलिसकर्मी बचाव और राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं।
बचाव अभियान पूरा हुआ:
उन्होंने रात करीब 1 बजे बताया कि NICU में बचाव अभियान पूरा हो गया है।