चाईबासा डेस्क : Jharkhand के चाईबासा जिले में नक्सलियों द्वारा जमीन के नीचे लगाए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के विस्फोट की चपेट में आकर सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के एक असिस्टेंट कमांडेंट सहित सुरक्षा बल के तीन जवान घायल हो गए हैं। घायलों को एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए रांची लाया गया है। विस्फोट की घटना जराईकेला थाना क्षेत्र के बलीबा में बुधवार को उस वक्त हुई, जब सुरक्षा बलों और पुलिस की ज्वाइंट टीम जंगल-पहाड़ी से घिरे इलाके में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन में जुटी थी।
चाईबासा के एसपी आशुतोष शेखर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है। इसी दौरान एक आईईडी में विस्फोट की घटना हुई है। विस्फोट की चपेट में आए सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट और दो जवानों को तत्काल हेलीपैड तक लाया गया और इसके बाद हेलीकॉप्टर के जरिए उन्हें रांची पहुंचाया गया। ब्लास्ट की यह घटना उस समय हुई है, जब सीआरपीएफ के डीजीपी झारखंड के दौरे पर हैं।
हथियारों का जखीरा बरामद
चाईबासा में पुलिस और सुरक्षा बलों ने पिछले दस दिनों के अंदर नक्सलियों के तीन डंप को ध्वस्त करते हुए हथियारों का जखीरा बरामद किया है। मंगलवार को जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के हुसिपी जंगल में एक कैंप को ध्वस्त किया गया था। इस दौरान 10-10 किलोग्राम क्षमता वाले दो आईईडी भी डिफ्यूज कर दिए गए थे।
इस कैंप से एक देशी पिस्टल, दो कार्बाइन, एक राइफल, दस किलो आईईडी, 58 डेटोनेटर समेत अन्य सामान बरामद किए गए थे। इसके पहले 24 फरवरी को भी टोंटो थाना क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के दो कैंप ध्वस्त किए थे और इस दौरान अमेरिका में निर्मित एम-16 राइफल सहित 10 हथियार और 500 से अधिक गोलियां बरामद की गई थीं। बताया गया है कि भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ते के सदस्यों के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय है। उनके खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है।