नई दिल्लीः स्वास्थ्य कारणों से कर्नाटक में चुनाव प्रचार से अब तक दूर रहीं कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी शनिवार को हुबली में एक जनसभा को संबोधित करेंगी। चुनावी राज्य में यह उनकी पहली जनसभा होगी। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दक्षिणी राज्य में आक्रामक रूप से प्रचार कर रहे हैं, जहां 10 मई को मतदान होगा। सोनिया गांधी पिछले साल 6 अक्टूबर को कर्नाटक के मांड्या में भारत जोड़ो यात्र में शामिल हुई थीं और राहुल गांधी के साथ चल रही थीं। वह इन दिनों स्वास्थ्य कारणों से सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रह रही हैं।
कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष को इस साल 2 मार्च को बुखार के बाद सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले साल जून में उन्हें कोविड-19 हो गया था। इससे पहले, भाजपा नेता बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने सोनिया गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने कांग्रेस नेता को विष कन्या और पाकिस्तान तथा चीन का एजेंट बताया था। कांग्रेस ने भाजपा नेता की टिप्पणी की निंदा की थी। कर्नाटक में 224 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए चुनाव 10 मई को निर्धारित है और वोटों की गिनती 13 मई को होगी।
सत्तारूढ़ भाजपा को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है, जिसने भगवा पार्टी को भ्रष्टाचार सहित कई मुद्दों पर किनारे कर दिया है। कांग्रेस ने मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी किया और सत्ता में आने के एक साल के भीतर राज्य में भाजपा सरकार द्वारा पारित सभी अन्यायपूर्ण कानूनों और अन्य जनविरोधी कानूनों को निरस्त करने का वादा किया है। कांग्रेस ने गृह ज्योति (200 यूनिट मुफ्त बिजली); गृह लक्ष्मी – परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को 2,000 रुपये मासिक; और अन्ना भाग्य – बीपीएल परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को उनकी पसंद का 10 किलो अनाज (चावल, रागी, ज्वार, बाजरा के बीच) देने का वादा किया है।
इसने जाति या धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने का भी वादा किया। इसने कहा कि अगर बजरंग दल और पीएफआई जैसे किसी भी संगठन ने नफरत फैलाने की कोशिश की तो वह उस पर प्रतिबंध लगाएगा।