भोपालः मध्य प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हिंदुत्व पर वार-पलटवार का खेल शुरू हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के हिंदुत्व को लेकर आए बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इन दोनों नेताओं को वोट की फसल की चिंता है। मुख्यमंत्री चौहान से संवाददाताओं ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के हिंदुत्व पर आए बयान पर सवाल किया तो उन्होंने कहा दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को न तो हिंदुत्व से लेना देना है, न ही देश से और न समाज से कोई लेना देना है। यह तो वोटों की फसल काटने के लिए जब जो ठीक समझते हैं वह कहते रहते हैं। इनको किसी से लेना देना नहीं है।
बीते रोज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि ‘सॉफ्ट‘ या ‘हार्ड‘ हिन्दुत्व जैसी कोई चीज नहीं होती है। ‘हिंदुत्व‘ शब्द के रचयिता सावरकर हैं और उन्होंने ही कहा है कि ‘हिंदुत्व‘ का हिंदू या सनातन धर्म से कोई संबंध नहीं है। सिंह ने यह भी कहा कि संविधान की शपथ लेकर काम करने वाला कोई भी व्यक्ति ‘हिन्दू राष्ट्र‘ की बात करता है तो उन्हें पहले अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उसके बाद ही कुछ कहना चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा था कि हिंदू राष्ट्र बनाने की क्या बात है, विश्व की सबसे बड़ी हिंदू आबादी अपने देश में हैं। यहां 82 प्रतिशत हिंदू निवास करते हैं। कोई बहस की बात है क्या, यह तो है ही। 82 प्रतिशत भारत मे हिंदू हैं तो हम कहें कि यह हिंदू राष्ट्र है, यह कहने की क्या बात है। यह तो आंकड़े बताते हैं।