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टीबी मुक्त भारत मैत्री मैच में लोकसभा स्पीकर एकादश 73 रनों से जीता

anurag thakur

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नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री व हिमाचल के हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा टीबी बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने की एक अनूठी पहल के रूप में आज नेशनल स्टेडियम में 20-20 ओवरों का यह क्रिकेट मैच खेला गया। टीबी मुक्त भारत अवेयरनेस क्रिकेट मैच के नाम से इस मैत्री क्रिकेट मैच में स्पीकर 11 की टीम की कप्तानी अनुराग ठाकुर तो वहीं चेयरमैन 11 की कमान केंद्रीय मंत्री किरेन रिज़िजू ने करी। अनुराग ठाकुर ने कप्तानी पारी खेलते हुए नाबाद 111 रन बनाए जिसकी बदौलत स्पीकर 11 की टीम ने चेयरमैन 11 को 73 रनों से हराया। लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला जी ने तिरंगे ग़ुब्बारे को हवा में छोड़कर मैच का शुभारंभ किया तो वहीं मैच के समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित कर उनका उत्साह वर्धन किया। इस मुकाबले में सभी सांसद खास तरह की जर्सी पहनकर मैदान में उतरे थे, जिसमें लिखा था कि टीबी हारेगा और भारत जीतेगा।

दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडिमय में खेले गये मुकाबले में लोकसभा स्पीकर इलेवन ने पहले बल्लेबाजी की। कप्तान अनुराग ठाकुर ने 59 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया और कुल 65 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 111 रन बनाए। अनुराग ठाकुर ने इस मैच में कई बेहतरीन शॉट खेले और कई बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया। लोकसभा स्पीकर इलेवन की टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 251 का विशाल लक्ष्य चेयरमैन 11 की टीम के सामने रखा। जवाब में चेयरमैन 11 की टीम 8 विकेट खोकर 178 रन ही बना सकी जिसमें सर्वाधिक 74 रन पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजरुद्दीन ने 42 गेंदों का सामना करते हुए बनाए। अनुराग ठाकुर को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ द मैच के ख़िताब से नवाज़ा गया। बेस्ट बॉलर दीपेन्द्र हुड्डा, बेस्ट फ़ील्डर निशिकांत दूबे, बेस्ट बैट्समैन मोहम्मद अज़हरुद्दीन, गोल्डन डक संयुक्त रूप से राम मोहन नायडू और इमरान प्रतापगढ़ी, सुपर सिक्स के. सुधाकर, सुपर कैच मनोज तिवारी, मैक्सिमम बाउंड्री अनुराग ठाकुर, फाइटर ऑफ़ द मैच का ख़िताब चन्द्रशेखर आज़ाद को मिला।

इस मैच का उद्घाटन करने पहुँचे लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला ने कहा “ भारत की संसद 140 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करती है और जनप्रतिनिधियों के अनुभव का लाभ समाज को मिले ऐसी अपेक्षा रखती है। हमें 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाना है और ऐसे में सांसदों का यह मैत्री मैच टीबी उन्मूलन के ख़िलाफ़ जागरूकता फैलाने का काम करेगा। इस मैच में भाग ले रहे सभी सांसदों और इस कार्यक्रम के आयोजक अनुराग सिंह ठाकुर जी को बधाई देता हूँ कि उन्होंने टीबी जैसी बीमारी को जड़ से ख़त्म करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास किया है। यद्धि हम सभी पूरे संकल्प के साथ अपने अपने क्षेत्रों में टीबी उन्मूलन के ख़िलाफ़ जागरूकता फैलाने के लिए लगेंगे तो निश्चित रूप से हम तय समय पर भारत से टीबी को जड़ से उखाड़ने में सफल होंगे”

श्री पीयूष गोयल जी ने कहा “ सबसे पहले मैं इस शानदार और सफल कार्यक्रम के आयोजक जिन्होंने आज अपनी बल्लेबाज़ी से सबका मन मोह लिया ऐसे अनुराग ठाकुर जी को बहुत बधाई और और बहुत शुभकामनाएँ देना चाहूँगा जिन्होंने टीबी के ख़िलाफ़ जागरूकता फैलाने के लिए इतने सांसदों को एक मंच पर लेकर आये। अनुराग ठाकुर ने 2018 में भी ऐसे ही मैच का आयोजन करके टीबी के ख़िलाफ़ एक संदेश दिया था और आज के इस मैच के बाद मुझे पूरी उम्मीद है कि उनका यह संकल्प देश भर में जायेगा और कई अन्य शहरों में भी इस तरह के मैचों का आयोजन होगा। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के 2025 तक टीबी मुक्त भारत के संकल्प को इस तरह के आयोजन और बल देंगे ऐसा मुझे पूरा विश्वास है”

 

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा ” आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का एक लक्ष्य रखा है। और इसी लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक जागरूकता संदेश देने के लिए भारतीय संसद के सभी पार्टियों के चुनिंदा सांसदों ने टीबी मुक्त भारत अवेयरनेस क्रिकेट मैच के नाम से इस मैत्री क्रिकेट मैच में भागीदारी की। टीबी को लेकर जागरूकता देश के कोने-कोने तक पहुंचे. बिनी किसी राजनीति के, टीम भावना के साथ हम एकजुट हुए हैं. हमारा प्रयास है कि आगे भी ऐसे आयोजन होते रहें और विभिन्न राज्यों की प्रदेश सरकारें भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से टीबी के ख़िलाफ़ जागरूकता फैलाने के लिए आगे आयें। दुनियाभर में टीबी को मिटाने का लक्ष्य 2031 का है. अगर आप 2015 से लेकर अब तक देखें, भारत में जो टीबी से जुड़ी मृत्यु में 38 प्रतिशत की गिरावट आई है. जो नए केस हैं उनमें लगभग 18 प्रतिशत की गिरावट है. दुनियाभर में यह लगभग 8 प्रतिशत है. इसका मतलब भारत दुनिया से बेहतर कर रहा है, लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी टीबी आबादी भी भारत में ही है. अब इसका इलाज भी है और सरकार मुफ्त में दवाई भी देती है. 1,000 रुपये पोषण के लिए भी देती है और इसकी ट्रैकिंग भी की जाती है.”

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