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महाकुंभ-2025: 25 करोड़ से 40 करोड़ श्रद्धालुओं तक की यात्रा के साथ विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन

केंद्र और प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, और पर्यटन से जुड़े उद्योग जगत के दिग्गजों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पर्यटन ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में ‘महाकुंभ-2025 प्रील्यूड’ कार्यक्रम का आयोजन किया। इस भव्य आयोजन में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री माननीय गजेंद्र सिंह शेखावत और उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह मुख्य अतिथि रहे। केंद्र और प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, और पर्यटन से जुड़े उद्योग जगत के दिग्गजों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

महाकुंभ-2025: विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम-

महाकुंभ-2025 का यह प्रारंभिक आयोजन प्रयागराज और उसके तीर्थ स्थलों की झलक पेश करने और इस भव्य आयोजन की महत्ता को वैश्विक मंच तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “महाकुंभ भारत की समृद्ध संस्कृति और मानवता का उत्सव है। यह आयोजन विश्व को भारत के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों से जोड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।” उन्होंने महाकुंभ को वैश्विक एकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रतीक बताते हुए सभी को इस आयोजन का हिस्सा बनने का निमंत्रण दिया।

उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारी और प्रतिबद्धता-

उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि महाकुंभ-2025 एक ऐतिहासिक और दिव्य आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि इस मेले में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जो 2019 में आयोजित कुंभ के 25 करोड़ आगंतुकों का रिकॉर्ड तोड़ देगा। जयवीर सिंह ने कहा, “महाकुंभ मानव कल्याण का बड़ा संयोग है। त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर श्रद्धालु अपने जीवन को धन्य और मोक्ष प्राप्त करेंगे।”

उन्होंने विदेशी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने देशों और क्षेत्रों से अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को महाकुंभ में आने के लिए प्रेरित करें।

आधारभूत संरचनाओं का विकास-

प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि महाकुंभ को भव्य बनाने के लिए प्रयागराज में आधुनिक टेंट सिटी बनाई जा रही है। इसमें विला, महाराजा टेंट और डीलक्स टेंट जैसी सुविधाएं होंगी। अरैल में 1,600 स्विस कॉटेज और झूंसी में 200 कॉटेज भी बनाए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थानीय गाइड प्रशिक्षण, हेलीकॉप्टर राइड्स और वॉटर स्पोर्ट्स जैसी नई गतिविधियां शुरू की जाएंगी।

संस्कृति और परंपराओं का उत्सव-

कार्यक्रम में महाकुंभ पर आधारित फिल्में प्रदर्शित की गईं। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने उपस्थित अतिथियों को भारतीय परंपराओं और अध्यात्म की अनोखी झलक दिखाई। ‘संवाद’ सत्र में अतिथियों ने अपने विचार साझा किए।

अंतरराष्ट्रीय सहभागिता-

इस कार्यक्रम में सूरीनाम, मलेशिया, सेसेल्स, नेपाल, नीदरलैंड, इराक, ग्रीस, श्रीलंका, इंडोनेशिया, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर और पोलैंड समेत 18 देशों के राजदूत और उच्चायुक्त शामिल हुए। ‘महाकुंभ-2025 प्रील्यूड’ कार्यक्रम ने आध्यात्मिकता, संस्कृति और परंपराओं की इस महायात्रा के प्रति लोगों को जागरूक किया और इसे सफल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया।

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