Manipur Violence : मणिपुर में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दलों के विधायकों तथा नागरिक समाज ने केन्द्र सरकार से महिलाओं और बच्चों की हत्या करने वाले कुकी उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह की अध्यक्षता में सोमवार रात को हुई बैठक में केंद्र सरकार से छह पुलिस थानों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में अफस्पा लागू करने की समीक्षा करने का अनुरोध किया गया है। बैठक में केंद्र से जिरीबाम में छह निर्दोष महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सात दिनों के भीतर बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने के लिए भी कहा गया है।
बैठक में जिरीबाम में छह निर्दोष मैतेई समुदाय की महिलाओं और बच्चों की हत्या, गत 07 नवंबर को जिरीबाम में एक हमार महिला की मौत और 09 नवंबर को बिष्णुपुर जिले के सैटन में एक मैतेई महिला किसान की हत्या से संबंधित मामलों को तुरंत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपने की बात कही गयी है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में छह मासूम महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों को सात दिनों के भीतर गैरकानूनी संगठन घोषित करने का निर्णय लिया गया। अगर निर्धारित अवधि के भीतर इसे लागू नहीं किया जाता है, तो सभी राजग विधायक राज्य के लोगों के परामर्श लेने के बाद आगे की कार्रवाई तय करेंगे।
केंद्र और राज्य सरकारों से मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जल्द से जल्द सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा गया। इस बीच, राज्य कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर संकट का हल निकालने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी को एक पत्र लिखा है।
मणिपुर अखंडता पर समन्वय समिति ने सरकार से निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। गौरतलब है कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में कर्फ्यू लगा हुआ है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद है। राज्य में कुकी उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हजारों पुरुष और महिलाएं विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं।