पंचकूला में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने आज पंचकूलावासियों को नई सौगात देते हुए सेक्टर-19 पंचकूला में चंडीगढ-अंबाला रेलवे लाईन पर लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित रेलवे ओवर ब्रिज का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस पुल के शुरू होने से जिलावासियों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। इस अवसर पर नगर निगम महापौर कुलभूषण गोयल और नगर निगम आयुक्त वीरेंद्र लाठर भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में पंहुचने पर पार्षद हरेंद्र मलिक ने ज्ञानचंद गुप्ता का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने घोषणा की कि सेक्टर-19 में सामुदायिक केंद्र को भव्य रूप से विकसित किया जायेगा। इसके अलावा सेक्टर-19 में सीवरेज की समस्या के समाधान के लिए नगर निगम द्वारा नई सीवरेज लाईन बिछाई जाएगी।
कार्यक्रम में उपस्थित विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि आज पंचकूलावासियों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने कहा कि सेक्टर-19 में रेलवे फाटक को किस्मत का फाटक कहा जाता था और आवागमन की सुविधा ना होने के कारण सेक्टर-19 पंचकूला के दूसरे सेक्टरों से कटा हुआ था लेकिन यह आरओबी रामसेतू की तरह सेक्टर-19 को पंचकूला के बाकी सेक्टरों से जोड़ने का कार्य करेगा।
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि उन्होंने इस आरओबी को बनाने की रूपरेखा 2013 में उस समय तैयार की थी जब वे यहां से विधायक भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि उस समय की सरकार ने यहां आरओबी बनाने से यह कहते हुए इंकार कर दिया था कि केवल 600 मीटर की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आरओबी बना हुआ है और सेक्टर-19 में नया आरओबी बनाना संभव नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि उन्होंने उसी दिन संकल्प लिया था कि यदि जनता के आशीर्वाद से वे पंचकूला से विधायक चुने जाते है तो वे इस आरओबी का निर्माण करवायेंगे और उन्होंने यह वायदा आज पूरा कर किया है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, नगर निगम और रेलवे के अधिकारियों को इस आरओबी के निर्माण के लिये बधाई दी। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि इसी प्रकार गांव खटौली में डांगरी नदी पर पुल बनाने के लिये गांववासी लंबे समय से मांग करते आ रहे थे परंतु पूर्ववर्ती सरकारों में उन्हें विकास के नाम पर केवल आश्वासन ही मिला। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुये लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत से इस पुल का निर्माण करवाया गया, जिसका हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऑनलाईन माध्यम से उद्घाटन किया था।