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वंदे भारत गाड़ियों और अमृत स्टेशनों से बन रहा है देश में रेलवे का नया स्वरूपः केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

नई दिल्ली। केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर और कैलारस स्टेशन के बीच आमान परिवर्तन के बाद नए रेलखंड का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने आमान परिवर्तित रेल खंड पर तीन नई गाड़ियों की विस्तारित सेवा का शुभारंभ भी किया। उद्घाटन समारोह मध्य प्रदेश के जौरा अलापुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित हुआ, जिसमें केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और मुरैना के सांसद शिवमंगल सिंह तोमर भी उपस्थित थे।

रेल मंत्री वैष्णव ने संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे गरीबों और मध्यवर्ग के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने आम लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए 12,500 जनरल और स्लीपर कोच के निर्माण का आदेश दिया। उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस, नमो भारत रैपिड रेल और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के माध्यम से भारतीय रेल को नया स्वरूप देने के प्रयासों की चर्चा की। उन्होंने उल्लेख किया कि 2004 से 2014 तक मध्य प्रदेश में रेल विकास के लिए औसतन 632 करोड़ रुपए का प्रावधान किया जाता था, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस वर्ष के बजट में 14,700 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेल को आम आदमी के लिए सुविधायुक्त और आरामदायक बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को रेलवे के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह क्षेत्र देश के चारों महानगरों के साथ बेहतर तरीके से जुड़ा हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने क्षेत्रीय नेताओं का सहयोग भी सराहा, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और शिवमंगल सिंह तोमर शामिल हैं।

उन्होंने मध्य प्रदेश में रेल बुनियादी ढांचे में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में राज्य में 222 किलोमीटर की नई रेल लाइन परियोजनाएं, 1200 किलोमीटर की मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाएं और 707 किलोमीटर की गेज परिवर्तन परियोजनाएं पूरी हुई हैं। इसके साथ ही, राज्य में कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आपदा प्रबंधन के लिए ड्रोन और पीएस ट्रैकर्स का इस्तेमाल किया गया है, जो भारत में पहली बार किया गया है। यात्री सेवाओं के साथ-साथ ग्वालियर और खजुराहो स्टेशन का पुनर्विकास भी चल रहा है।

इस प्रकार, केंद्रीय रेल मंत्री ने मध्य प्रदेश में रेलवे के विकास के लिए सरकार के व्यापक प्रयासों को रेखांकित किया, जो राज्य के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

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