पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जानता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि चारा घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को जेल भेजने से लेकर सजा दिलाने तक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जो सक्रियता दिखायी, उसके लिए क्या वे लालू परिवार से माफी मांगेंगे। मोदी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि श्री लालू प्रसाद को 1000 करोड़ रुपये के चारा घोटाले के चार मामलों में सजा हुई और अब जब उनकी जमानत रद्द करने की अपील के साथ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उच्चतम न्यायालय में अपील की तो श्री नीतीश कुमार घड़यिाली आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि हिम्मत है तो श्री नीतीश कुमार घोषणा करें कि चारा घोटाला मुद्दे पर उनके समर्थकों ने जो लोकहित याचिका दायर की थी और जो सबूत पेश किये थे, वे सब फर्जी थे।
भाजपा सांसद ने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में भी लालू परिवार के विरुद्ध ठोस सबूत और दस्तावेज ललन सिंह ने उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि पहले जिन लोगों ने लालू प्रसाद को फँसाया और सजा ऐसी दिलायी कि वे मुखिया का भी चुनाव नहीं लड़ सकें, वही लोग अब जनादेश से विश्वासघात कर लालू प्रसाद के हमदर्द बन रहे हैं। मोदी ने कहा कि किसी मामले में जमानत देना या रद्द करना अदालत का काम है और न्यायपालिका किसी की राजनीतिक सुविधा के हिसाब से फैसले नहीं करती। उन्होंने कहा कि लालू -विरोध से लालू-समर्थक बन जाना नीतीश कुमार की राजनीतिक बाजीगरी है, लेकिन इससे सच नहीं बदल जाएगा। वे सजायाफ्ता को पीड़ति बताने में सफल नहीं होंगे।