Tirumala Temple : वर्तमान में चल रही राजनीति को देखते हुए हम यह कह सकते है कि लोग राजनीतिक लाभ के लिए धर्म और मंदिर को भी नहीं छोड़ रहे हैं। रानीतिक दल या नेता नफरती औऱ राजनीतिक भाषण का इस्तेमाल अपने सवार्थ के लिए कर रहे हैं। इन बातों को लेकर अब मंदिर प्रशासन ने ठोस कदम उठाते हुए आदेश जारी किया है। उन्होंने यह भी कहा हैं कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, यह चेतावनी आंध्र प्रदेश के तिरुमला मंदिर को लेकर जारी की गई है। भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के संरक्षक ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थापना ( TTD) के द्वारा नफरत फैलाने वाले अटपटे भाषणों पर प्रतिबंध लगा दिया है। टीटीडी ने पिछले दिन शनिवार को एक पोस्ट जारी करते हुए कहा कि यह फैसला हाल की उन घटनाओं के मद्देनजर लिया गया है, जिनमें कुछ लोग और नेताओं ने मंदिर में पूजा करने के बाद मंदिर के परिसर में मीडिया से राजनीतिक औऱ भड़काऊ बयान दिए है। जिससे मंदिर के वातावरण की अध्यात्मिक शांति भंग हुई है।
इस आदेश के बाद टीटीडी ने मंदिर आने वाले सभी आगंतुकों से इस निर्णय का सम्मान करने का आग्रह किया है। साथ ही यह भी कहा है कि जो लोग इस नियम का उल्लंघन करेंगे उनको दंडित किया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने तिरुमला के दिव्य परिसर को शांत औक संरक्षित करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। वहीं इस मामले पर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव एल.वी .सुब्रह्मण्यम ने बताया कि यह नियम पहले से लागू है। हमारे पास ऐसे कई उदारहण भी है, जिन्हें नियम के उल्लंघन करने पर दंडित किया गया है।