नई दिल्लीः विपक्षी सांसदों ने सोमवार को राज्यसभा में मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए नोटिस दिया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज कुमार झा और आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने पूवरेत्तर राज्य की स्थिति पर उच्च सदन में कार्य स्थगन नोटिस दिया। झा ने अपने नोटिस के माध्यम से मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर मुद्दे के संबंध में सदन के पटल पर एक बयान दें, इसके बाद उस पर विस्तृत और व्यापक चर्चा हो। मणिपुर का दौरा करने वाले विपक्षी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का भी हिस्सा रहे झा ने सोमवार को कहा, ‘स्थिति खतरनाक और दर्दनाक है। हम (दोनों समुदायों के बीच) संबंध बहाल करने की मांग करते हैं।‘
मणिपुर पर राज्यसभा में चर्चा की मांग करते हुए आप सांसद ने अपने नोटिस में लिखा, ‘केंद्र और राज्य सरकारों की विफलता और अक्षमता के कारण मणिपुर में हिंसा के कारण बहुमूल्य जिंदगियों का नुकसान हुआ है।‘ कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल पूवरेत्तर राज्य में मौजूदा संकट के लिए मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को दोषी ठहरा रहे हैं और उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। मणिपुर में तीन मई को जातीय संघर्ष भड़क उठा और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।