नई दिल्ली : पंबन ब्रिज, जो 2.05 किलोमीटर लंबा है, देश का एकमात्र ऐसा पुल है जिसमें 72 मीटर का वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है। इस पुल का डिज़ाइन अंतरराष्ट्रीय कंसल्टेंट TYPSA द्वारा यूरोपीय और भारतीय मानकों के अनुसार तैयार किया गया है। डिज़ाइन की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए इसे IIT मद्रास और IIT बॉम्बे द्वारा डबल प्रूफ चेक किया गया। दक्षिण रेलवे ने इस डिज़ाइन को अंतिम मंजूरी दी।
निर्माण की तकनीकी विशेषताएं
- स्ट्रक्चरल वेल्डिंग: पुल के संरचनात्मक हिस्सों की 100% वेल्डिंग आधुनिक “फेज़ एरे अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग” तकनीक से जांची गई। इसे वेल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट, त्रिची और दक्षिण रेलवे द्वारा पुनः सत्यापित किया गया।
- संक्षारण संरक्षण: पुल में पॉलीसिलोक्सेन पेंटिंग का उपयोग किया गया है, जो अत्यधिक संक्षारण प्रभावित क्षेत्रों में 35 वर्षों की आयु तक सुरक्षा प्रदान करता है।
- नवीन तकनीकें: स्टेनलेस स्टील रिइनफोर्समेंट, पूरी तरह वेल्डेड बॉक्स सेक्शन, और एफआरपी (फाइबर रिइनफोर्स्ड पॉलिमर) का इस्तेमाल किया गया है।
सुरक्षा और संचालन
पुल को सुरक्षा के उच्चतम मानकों के साथ बनाया गया है। आयुक्त रेलवे सुरक्षा (CRS) द्वारा इसे परिचालन के लिए मंजूरी दे दी गई है। CRS द्वारा उठाए गए सभी बिंदुओं को पूरी तरह से अनुपालन में लाया जाएगा।
अनूठी विशेषता
इस पुल का वर्टिकल लिफ्ट स्पैन समुद्री यातायात के लिए लिफ्ट होकर मार्ग प्रदान करता है। यह डिज़ाइन और निर्माण के क्षेत्र में भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है। पंबन ब्रिज आधुनिक तकनीक, उत्कृष्ट निर्माण और भारत की तकनीकी क्षमताओं का एक अद्वितीय उदाहरण है।