इंदौर में पेटीएम कंपनी के फील्ड मैनेजर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। वे इंदौर स्कीम नंबर 78 में रहते थे। पत्नी ने शाम को उन्हें फंदे पर लटके देखा और इसके बाद पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने सोमवार सुबह शव का पोस्टमार्टम करवाया जिसके बाद परिजन शव को लेकर ग्वालियर रवाना हो गए। दोपहर में उनका अंतिम संस्कार किया गया। लसूड़िया पुलिस ने बताया कि रविवार दोपहर में गौरव पिता सुरेश गुप्ता (40) ने फांसी लगाकर जान दे दी। वे इंदौर में ही पेटीएम कंपनी में ऑपरेशन फील्ड मैनेजर थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिन से जॉब के लिए गौरव तनाव में चल रहे थे। आशंका है कि उन्होंने इसी कारण से सुसाइड किया है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सही कारण क्या है।
करीब 8 साल पहले गौरव की शादी हुई थी। उनके परिवार में पत्नी मोहिनी और सात व डेढ़ साल की दो बेटियां हैं। परिवार के मुताबिक गौरव मूल रूप से ग्वालियर के समाध्या कॉलोनी का रहने वाला है। घर में बुजुर्ग माता-पिता और बड़ा भाई है। सुसाइड को लेकर अभी किसी तरह के स्पष्ट कारण सामने नहीं आए हैं। पत्नी मोहिनी ने पुलिस को दी प्रारंभिक जानकारी में कहा है कि वे कुछ दिन से जॉब को लेकर डिप्रेशन में थे। उन्हें नौकरी जाने का डर था। आशंका है कि इसी कारण से उन्होंने सुसाइड किया है। गौरव जिस फ्लैट में रह रहे थे वह उन्हें ससुर ने दिलाया था। शनिवार को गौरव की साली पूनम का बर्थडे था। सभी ने फ्लैट पर ही सेलिब्रेट किया था। बड़े भाई अजीत ने बताया कि गौरव को नौकरी की कोई चिंता नहीं थी क्योंकि उन्हें दो बड़ी कंपनियों से आफर थे।