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PM Modi ने राजकोट में नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का किया उद्घाटन, नए टर्मिनल भवन वं एयरसाइड बुनियादी ढांचे को 1405 करोड़ की लागत से विकसित किया

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के गुजरात दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री वीरवार को दोपहर करीब 3.15 बजे राजकोट पहुंचे। उनके आगमन से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया राजकोट पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने राजकोट इंटरनेशनल एयपोर्ट के नए टर्मिनल की उद्घाटन किया।
1,405 करोड़ की लागत से बना ये एयरपोर्ट जल्द ही खोल दिया जाएगा। 23,000 वर्गमीटर में बने इस एयरपोर्ट पर हर घंटे 1,280 यात्रियों के संचालन की क्षमता बताई जा रही है। एयरपोर्ट पर सोलर पावर सिस्टम, ग्रीन बेल्ट, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसी सुविधाएं हैं। यहां से एयरबस ए-380, बोइंग 747, बोइंग 777 जैसे विमान उड़ान भर और लैंड कर सकेंगे।
गुजरात राज्य के राजकोट में 236 एकड़ का मौजूदा हवाई अड्डा इसके चारों ओर घने आवासीय और वाणिज्यिक विकास के कारण क्षमता-बाधित है और इसमें आगे विस्तार और नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं को पूरा करने की कोई गुंजाइश नहीं है। इसलिए, हीरासर, राजकोट में एक नया ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा प्रस्तावित किया गया और इसे भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण को सौंपा गया।
राजकोट में सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मुझे राजकोट ने बहुत कुछ दिया है, मैंने शुरू में कहा था की यह मिनी जापान बन रहा है। आज के प्रोजेक्ट से गुजरात के लोगों को बहुत फायदा होने जा रहा है। हमने समाज के हर वर्ग के लिए कार्य किया है, चाहे उसमें आदिवासी हों या कोई किसी जाति विशेष का ही क्यों न हो। हमने अपनी सरकार में देश को गरीबी से बाहर लाने का कार्य किया है।”
उन्होंने आगे कहा, “आज देश में विकास की गति तेजी से बढ़ रही है। आज राजकोट के साथ-साथ पूरे गुजरात और सौराष्ट्र के लिए बड़ा दिन है। मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना जताना चाहता हूं जिन्हें प्राकृतिक आपदाओं के चलते काफी नुकसान उठाना पड़ा है। सभी परिवारों का जीवन जल्द से जल्द सामान्य हो इसके लिए भूपेंद्र सरकार काम कर रही है, इसमें केंद्र सरकार भी हर संभव मदद कर रही है।”
पीएम मोदी ने कहा, “जब मैं मुख्यमंत्री था तब मैंने कहा था कि गुजरात तो मिनी जापान बन रहा है तब बहुत लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया था लेकिन आज वे शब्द आपने सच कर के दिखा दिया। यहां के किसानों के लिए अब फल-सब्ज़ियों को विदेश भेजना आसान हो जाएगा। राजकोट को सिर्फ एक हवाईअड्डा नहीं बल्कि नई ऊर्जा-नई उड़ान देने वाला एक पावरहाउस मिला है।”

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