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आज से आंध्र प्रदेश और ओडिशा के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे प्रधानमंत्री मोदी

PM Modi

PM Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार से दो दिवसीय दौरे पर आंध्र प्रदेश और ओडिशा जाएंगे। आंध्र प्रदेश को करोड़ों की सौगात देंगे। पीएम मोदी ने कहा वो विशाखापत्तनम में ग्रीन एनर्जी से जुड़े प्रमुख कार्यों का उद्घाटन करने को लेकर उत्सुक हैं। सतत विकास, औद्योगिक विकास और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक बड़े कदम के रूप में प्रधानमंत्री मोदी 8 जनवरी (बुधवार) को शाम 5:30 बजे आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा कि हरित ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों से जुड़े प्रमुख कार्यों का उद्घाटन करने के लिए मैं विशाखापत्तनम के लोगों के बीच आने को उत्सुक हूं। यह बहुत खुशी की बात है कि एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ग्रीन हाइड्रोजन हब प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी जाएगी। इससे यह राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत इस तरह का पहला हब बन जाएगा।

आंध्र प्रदेश के बाद पीएम मोदी ओडिशा जाएंगे। 9 जनवरी की सुबह 10 बजे भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का भी उद्घाटन करेंगे।

हरित ऊर्ज और एक सतत भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के पास पुदीमदका में अत्याधुनिक एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ग्रीन हाइड्रोजन हब परियोजना की आधारशिला रखेंगे, जो राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत पहला ग्रीन हाइड्रोजन हब है।

बता दें कि इस परियोजना में लगभग 1,85,000 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। इसमें 20 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता में निवेश शामिल होगा, जिससे यह भारत की सबसे बड़ी एकीकृत हरित हाइड्रोजन उत्पादन सुविधाओं में से एक बन जाएगी, जिसमें 1,500 टीपीडी हरित हाइड्रोजन और 7,500 टीपीडी हरित हाइड्रोजन उप-उत्पाद के उत्पादन की क्षमता होगी। इसमें ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन यूरिया और सतत विमानन ईंधन शामिल हैं, जो मुख्य रूप से निर्यात बाजार को टार्गेट करते हैं।

यह परियोजना 2030 तक भारत के 500 गीगावाट के गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी। प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश में 19,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न रेलवे और सड़क परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और उसकी आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही वह विशाखापत्तनम में दक्षिण तट रेलवे मुख्यालय की आधारशिला रखने के साथ कई और परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।

बता दें कि यह सभी परियोजनाएं भीड़भाड़ को कम करेंगी। इसके जरिए कनेक्टिविटी में सुधार देखने को मिलेगा। इसके साथ ही यह क्षेत्रीय सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी। सुलभ और सस्ती स्वास्थ्य सेवा के अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, पीएम मोदी अनकापल्ली जिले के नक्कापल्ली में बल्क ड्रग पार्क की नींव रखेंगे।

वहीं बल्क ड्रग पार्क हजारों नौकरियों के अवसर पैदा करेगा। यह विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे (वीसीआईसी) और विशाखापत्तनम-काकीनाडा पेट्रोलियम, रासायनिक और पेट्रोकेमिकल निवेश क्षेत्र के निकट होने के कारण आर्थिक विकास को गति देने में मदद करेगा।

प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में चेन्नई बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे के तहत कृष्णापत्तनम औद्योगिक क्षेत्र (केआरआईएस सिटी) की आधारशिला भी रखेंगे। कृष्णपत्तनम औद्योगिक क्षेत्र (केआरआईएस सिटी), राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम के तहत एक प्रमुख परियोजना है, जिसे एक ग्रीनफील्ड औद्योगिक स्मार्ट शहर के रूप में देखा जाता है।

इस परियोजना से लगभग 10,500 करोड़ रुपये के महत्वपूर्ण विनिर्माण निवेश को आकर्षित करने की उम्मीद है और साथ ही लगभग एक लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन होने का अनुमान है, जिससे आजीविका में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और क्षेत्रीय प्रगति को बढ़ावा मिलेगा।

वहीं प्रधानमंत्री ओडिशा में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का भी उद्घाटन करेंगे। प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है, जो प्रवासी भारतीयों से जुड़ने और उन्हें एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।

18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन ओडिशा सरकार के साथ साझेदारी में 8 से 10 जनवरी, 2025 तक भुवनेश्वर में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का विषय ‘विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान‘ है। 50 से अधिक विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों ने पीबीडी सम्मेलन में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है।

प्रधानमंत्री मोदी प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस (विशेष पर्यटक ट्रेन) को हरी झंडी दिखाएंगे। ये ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और तीन सप्ताह की अवधि के लिए भारत में पर्यटन और धार्मिक महत्व के कई स्थलों की यात्रा कराएगी।

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