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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में पुलिस प्यादों को पकड़ रही, मास्टरमाइंड अभी भी फरार : जीशान सिद्दीकी

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दिवंगत नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने बुधवार को आईएएनएस से खास बात की। इस दौरान उन्होंने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस के रवैए पर नाखुशी जताई। उन्होंने हत्याकांड में बिल्डर्स की भूमिका को नकारने पर भी असहमति व्यक्त की।

जीशान सिद्दीकी ने आईएएनएस को बताया कि मुझे पता चला है कि करीब 4,590 पेजों की चार्जशीट फाइल हुई है। हमने इसकी मांग की थी, लेकिन मुझे नहीं मिली है। मीडिया के हवाले से हमें पता चला है कि जांच करने वाली टीम हत्याकांड में बिल्डर्स की भूमिका को नकारा है, जिससे हम और हमारा परिवार सहमत नहीं है। अगर वो इसमें अनमोल बिश्नोई का हाथ बता रहे हैं, तो क्या उन्होंने अनमोल बिश्नोई से पूछताछ की है? उसने ऐसा बताया है क्या कि उसको किसी बिल्डर ने बाबा सिद्दीकी की हत्या करने को नहीं कहा है?

जीशान सिद्दीकी ने कहा कि पुलिस ने कौन से बिल्डर्स से पूछताछ की है ये चार्जशीट में देखना होगा? मेरे पिता के साथ जो हुआ, वो किसी के साथ भी हो सकता है। आप अनमोल बिश्नोई को पहले लाइए, अगर उस पर आरोप हैं, तो उसे लाया क्यों नहीं जा रहा है। मुख्य आरोपी को अभी तक पुलिस पकड़ नहीं पाई है। पुलिस जिसको पकड़ रही है, वो सभी प्यादे हैं, जो मास्टरमाइंड है, वो अभी नहीं मिला है। महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था को लेकर इसे गंभीरता से देखना चाहिए।

उन्होंने कहा, पुलिस को अपने बयान में कई बिल्डरों का नाम बताया, जिस पर मुझे शक है। मेरे पिता हमेशा गरीबों की मदद करते थे, जिससे बिल्डरों को दिक्कत होती थी। पुलिस बताए कि उन्होंने कितने बिल्डर्स के बयान दर्ज किए हैं। अगर नहीं किया है तो मैं पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं हूं। मैं बचपन से देखते आया हूं पुलिस को जो कार्रवाई करनी होती है, वो करती है, यह किसी से छुपा नहीं है।

जीशान सिद्दीकी ने कहा, चार्जशीट पढ़ने के बाद ही पूरी बात बताई जा सकती है, लेकिन मुझे लगता है कि गोली लगने और अस्पताल पहुंचने तक एक नैरेटिव सेट करने की कोशिश हुई है कि बिश्नोई ने किया है। अगर वो लोग इतने ही तैयार थे कि बिश्नोई ने किया है, तो इसको रोका जा सकता था। जब सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग हुई थी, तो ऐसी अफवाह फैली थी कि मेरे घर के बाहर भी फायरिंग हुई है। लेकिन इसकी जांच नहीं हुई कि यह अफवाह किसने फैलाई? अगर मेरे पिता की सुरक्षा बढ़ाई गई होती तो शायद ऐसा नहीं होता। हमने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन इसको नहीं ध्यान दिया गया।

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