नई दिल्ली : महात्मा गांधी को उनकी 154वीं जयंती पर श्रद्धांजलि के रूप में और विशेष अभियान 3.0 के कार्यान्वयन चरण को शुरू करने के लिए, भारतीय डाक के पूरे नेटवर्क ने पूरे देश में एक व्यापक और अद्वितीय वृक्षारोपण अभियान और स्वच्छता अभियान के लिए हाथ मिलाया। यह पहल हिमाचल प्रदेश के हिक्किम में सबसे ऊंचे डाकघर से लेकर जम्मू-कश्मीर के सुंदर परिदृश्य में स्थित शाखा कार्यालयों तक फैली हुई है।
विशेष रूप से, एक ब्रांच पोस्टमास्टर ने इस हरित मिशन में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिसने ड्यूटी के दौरान सीमा पार से गोलाबारी की घटना के दौरान अपना पैर खो दिया था। इससे डाकघर के सभी स्तरों और दर्जे के कर्मचारियों के बीच सेवा करने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया। भारतीय डाक केंद्र सरकार का एक संगठन है, जिसकी देश के सभी हिस्सों में उपस्थिति और पहुंच किसी अन्य सरकारी संस्थान की तुलना में अधिक है। यह हरित पहल डाकघर के कर्मचारियों और सामाजिक-भौगोलिक समूहों के बीच पर्यावरण अनुकूल कार्यप्रणालियों और जीवन-शैली के बारे में जागरूकता बढ़ाने में एक लंबा रास्ता तय करती है।
यह बताना प्रासंगिक है कि वृक्षारोपण अभियान ‘एक तारीख, एक घंटा, एक साथ’ के बैनर तले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित विशाल जनभागीदारी कार्यक्रम के ठीक बाद आया था। भारतीय डाक ने 12 सौ से अधिक स्थानों पर अभियान चलाया और लगभग 50 हजार नागरिकों की भागीदारी हासिल की। इन आयोजनों के दौरान, नागरिकों ने स्वच्छ और हरित भारत के प्रति अपने संकल्प की पुष्टि करते हुए सामूहिक रूप से स्वच्छता शपथ ली। श्रमदान गतिविधियों ने सामुदायिक भावना को बढ़ाया, जिससे यह पहल एकता और पर्यावरण चेतना का सच्चा उत्सव बन गई।
डाक विभाग में इन दो प्रमुख आयोजनों के जोर पकड़ने से, विभाग के लिए अक्टूबर महीने के शेष दिनों में अपनी स्वच्छता और हरित पहल को अगले स्तर पर ले जाने के लिए मंच तैयार हो गया है। संपूर्ण सरकार में प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग के तत्वाधान में विशेष अभियान 3.0 क्रियान्वित किया जा रहा है। डाक विभाग पिछले दो विशेष अभियानों में एक उत्साही ध्वजवाहक रहा है और इस उद्देश्य के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है।