Prashant Kishore on Bihar : जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर गया जिले में उपचुनाव में अपनी पार्टी को जीत दिलाने के लिए अंतिम ताकत झोंकने में लगे हुए हैं। उन्होंने इमामगंज विधानसभा के मैगरा हाई स्कूल फील्ड मैदान में चुनावी रैली के दौरान कहा की ‘‘नीतीश कुमार बिहार में विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं। बिहार में नीतीश-भाजपा की सरकार है। लेकिन, आज बिहार देश में सबसे गरीब, सबसे पिछड़ा, सबसे ज्यादा अशिक्षित, सबसे ज्यादा बेरोजगारी, भुखमरी वाला राज्य है। नीतीश कुमार आंकड़े जारी कर दें, अगर हम गलत कह रहे हैं।’
अमित शाह के ब्यान पर कहा-
गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान पर कि ‘जब तक भाजपा रहेगी सरकार में, तब तक मुसलमानों को आरक्षण नहीं देगी और कांग्रेस हिंदुओं को आरक्षण काटकर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है’, इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि अमित शाह के पास बोलने के लिए कुछ भी नहीं है। वह सिर्फ लोगों को बांटने के मकसद से हिंदू-मुस्लिम के संबंध में बयान दे रहे हैं।
नए विकल्प की जरूरत-
उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि बिहार की हालत बदले, और जनता को एक नया रास्ता दिखाना होगा।’’ उन्होंने कहा कि बिहार में एक नई पार्टी और विकल्प की जरूरत है, जो न तो किसी एक परिवार की हो, न ही किसी एक जाति की। उन्होंने यह भी कहा, ‘बिहार के लोग अब लालू यादव और भाजपा के बीच की तकरार से थक चुके हैं। अब उन्हें एक ऐसे विकल्प की तलाश है, जो उनके असली मुद्दों पर काम करे।‘
उनका यह भी कहना था कि बिहार की जनता अब समझदार हो चुकी है। अब वे उन लोगों को पहचानने लगे हैं, जो सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि बिहार के बच्चों को अब भी गुजरात में मजदूरी के लिए क्यों जाना पड़ता है। आखिर बिहार सरकार क्या कर रही है?
उन्होंने कहा कि जब तक बिहार में उद्योग-धंधे नहीं लगेंगे, तब तक यहां के बच्चे अपनी तकदीर बदलने के लिए दूसरे राज्यों में काम करने जाएंगे। बिहार में रोजगार के मौके नहीं मिल रहे, और यह सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।