Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

16 लोगों की जान लेने वाले पंजाबी ट्रक ड्राइवर को कनाडा से भारत लाने की तैयारी

टोरंटोः कनाडा के सस्केचेवान में 2018 की एक दुर्घटना में 16 युवा हॉकी खिलाड़ियों की जान लेने के मामले में आठ साल की जेल की सजा काट रहे भारतीय-कनाडाई ट्रक ड्राइवर जसकीरत सिंह सिद्धू अब भारत निर्वासित किए जाने के एक कदम और करीब है। सिद्धू ने एक चौराहे पर ट्रैफिक लाइट तोड़ दी थी और अपने ट्रक ट्रेलर से हम्बोल्ट ब्रोंकोस हॉकी क्लब के खिलाड़ियों को ले जा रही बस में टक्कर मार दी थी, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई और 13 घायल हो गए थे। एक संघीय अदालत ने गुरुवार को निर्वासन रोकने के सिद्धू के आवेदन को खारिज कर दिया। कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी ने सिफ़ारिश की है कि सिद्धू को भारत भेज दिया जाए। सिद्धू शादीशुदा है और उसे इस साल की शुरुआत में पैरोल दी गई थी। उसने गुहार लगाई कि उनका निर्वासन रोक दिया जाए क्योंकि उस घटना से पहले उसका रिकॉर्ड साफ था।

उसके वकील, माइकल ग्रीन ने अनुरोध किया कि निर्वासन के लिए कनाडा सीमा सेवा एजेंसी की सिफारिश को रोक दिया जाए। सिद्धू की याचिका को खारिज करते हुए, मुख्य न्यायाधीश पॉल क्रैम्पटन ने कहा, ‘कई लोगों की जान चली गई, कई परिवार टूट गए, और कई उम्मीदें और सपने चकनाचूर हो गए। दुर्भाग्य से, इस अदालत का कोई भी फैसला उन दुखद परिणामों को नहीं बदल सकता।‘ न्यायाधीश ने सिद्धू को भारत निर्वासित करने के फैसले को उचित ठहराते हुए कहा, ‘‘अधिकारी का निर्णय उचित, पारदर्शी है। यह सुसंगत और तर्कसंगत है, और सिद्धू द्वारा उठाए गए प्रमुख मुद्दों के साथ सही रूप से जुड़ा हुआ है।‘ अपने निर्वासन को रोकने के लिए सिद्धू के पास अब सिर्फ मानवीय आधार ही बचा है।

Exit mobile version