राष्ट्रपति ने वर्ष 2023 के लिए दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया

मंत्रिमंडल ने दिव्‍यांगता क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर को मंजूरी दी

नई दिल्ली : दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) द्वारा की गई वर्ष 2023 की वर्षांत समीक्षा एक समावेशी समाज के निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जहां (दिव्यांगजन अपनी वृद्धि एवं विकास के लिए पर्याप्त समर्थन के साथ उत्पादक, सुरक्षित एवं सम्मानजनक जीवन जी सकते हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत मई 2012 में स्थापित दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण एवं समावेशन को सुविधाजनक बनाने में काफी सहायक रहा है। विभाग के बहुआयामी दृष्टिकोण के दायरे में रोकथाम, शीघ्र पता लगाना, हस्तक्षेप, शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यावसायिक प्रशिक्षण, पुनर्वास एवं सामाजिक एकीकरण शामिल है। दिव्‍यांग व्यक्तियों की वृद्धि एवं विकास के लिए समान अवसर सृजित करने के दृष्टिकोण के साथ उन्‍हें विभिन्न कानूनों, संस्थानों, संगठनों एवं योजनाओं के जरिये सशक्त बनाना और एक ऐसा सक्षम वातावरण तैयार करना दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग का मिशन है जो समान अवसर, अधिकारों की सुरक्षा और समाज के स्‍वतंत्र एवं उत्‍पादक सदस्‍य के तौर पर उनकी सक्रियता सुनिश्चित करता है।

दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं:

दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने 2023 में कई अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की, जो समावेशिता एवं सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। राष्ट्रपति के आह्वान पर 100 से अधिक ट्रांसजेंडर सहित 10 हजार से अधिक दिव्‍यांग व्यक्तियों की एक ऐतिहासिक सभा से लेकर, गोवा में भारत के पहले समावेशन महोत्सव पर्पल फेस्ट के उद्घाटन तक, विभाग जागरूकता एवं संवेदनशीलता बढ़ाने में अग्रणी रहा है। उल्लेखनीय पहलों में एबिलिंपिक्स विजेताओं का अभिनंदन, एक्‍सेसेबिलिटी मानक स्थापित करने के लिए आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम 2016 का कार्यान्वयन और बधिर शिक्षा में क्रांति लाने के लिए आईएसएलआरटीसी एवं एनआईओएस के बीच ऐतिहासिक साझेदारी शामिल है। दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के साथ साझेदारी में परिवर्तनकारी कार्यक्रम भी शुरू किए। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा दिव्यांग व्‍यक्तियों के लिए देश के पहले हाईटेक खेल प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया गया।

इसके अलावा, दिव्‍यांग व्यक्तियों के लिए मुख्य आयुक्त ने दिव्यांगता की स्थिति में पहुंच, असंवेदनशीलता एवं उपेक्षा से निपटते हुए प्रभावशाली निर्णय दिए। एमटीएनएल के खिलाफ कार्रवाई की गई, ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के जरिये श्रवण यंत्रों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया और पैरा शूटर को व्हीलचेयर देने से इनकार करने के लिए ओला कैब्स को नोटिस भेजा गया। ये कार्रवाइयां दिव्‍यांगजनों की गरिमा और अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं। दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव  राजेश अग्रवाल ने दिव्यांग उधारकर्ताओं के समर्थन में एक अभूतपूर्व पहल की शुरुआत की, जिसमें एनडीएफडीसी ऋण के तहत ब्याज दर में 1 प्रतिशत की छूट की पेशकश की गई। कुल मिलाकर ये उपलब्धियां दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग के लिए एक ऐसे डायनेमिक वर्ष को दर्शाती हैं, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं में समावेशिता को बढ़ावा देने और दिव्‍यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करता है।

1. राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में दिव्यांगजनों के लिए विशेष आयोजन

28 मार्च, 2023 को जारी

समावेशिता के एक हृदयस्पर्शी प्रदर्शन के तहत राष्‍ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। राष्ट्रपति के विशेष आह्वान पर वहां 10,000 से अधिक दिव्यांगजन और 100 ट्रांसजेंडर एकत्रित हुए। इस ऐतिहासिक सभा ने न केवल एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, बल्कि इसने समावेशन के प्रति भारत सरकार की सराहनीय प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए एक विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। राष्ट्रपति के साथ बातचीत ने दिव्यांगजनों को उत्साहित किया और उन्होंने देश के विविध तानेबाने के बीच अपनेपन एवं पहचान की भावना को प्रोत्‍साहित करने में इस प्रकार की पहल की ताकत पर जोर दिया।

2. गोवा में शानदार समारोह के साथ भारत का पहला समावेशन महोत्सव पर्पल फेस्ट की शुरुआत/ केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने दिव्‍यांगजनों के सशक्तिकरण से संबंधित मुद्दों पर दो दिवसीय सेंसिटाइजिंग वर्कशॉप को संबोधित किया

6 जनवरी, 2023 को जारी

समावेशिता की दिशा में एक ऐतिहासिक सफर की शुरुआत करते हुए 6 जनवरी, 2023 को गोवा में भारत के पहले समावेशिता महोत्‍सव ‘पर्पल फेस्ट: सेलिब्रेटिंग डायवर्सिटी’ का उद्घाटन एक शानदार समारोह के साथ किया गया। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने पर्पल फेस्टिवल के सहयोग से दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित दो दिवसीय सेंसिटाइजिंग वर्कशॉप का उद्घाटन किया। इस अनूठी पहल का उद्देश्य सरकारी संस्‍थाओं, गैर-सरकारी संगठनों और कॉर्पोरेट क्षेत्र को एक समावेशी समाज को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिकाओं के बारे में जागरूक करना और दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए एक समन्वित दृष्टिकोण की वकालत करना है। इस कार्यक्रम में गोवा सरकार के सामाजिक कल्याण, नदी नेविगेशन, अभिलेखागार एवं पुरातत्व मंत्री  सुभाष फाल देसाई और भारत सरकार के दिव्‍यांगजन अधिकारिता विभाग के सचिव  राजेश अग्रवाल सहित प्रमुख गणमान्‍य व्‍यक्ति मौजूद थे। यह दो दिवसीय कार्यशाला की पहुंच बढ़ाने, दिव्यांगता संबंधी विभिन्‍न योजनाओं के कार्यान्वयन की चुनौतियों से निपटने और बेहतर पहुंच के लिए नवाचार एवं कार्य योजनाओं को बढ़ावा देने, राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों और प्रमुख गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी पर केंद्रित थी।

3. मंत्रिमंडल ने दिव्‍यांगता के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को मंजूरी दी

15 फरवरी, 2023 को जारी

वैश्विक सहयोग एवं समावेशिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति के तहत माननीय प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 फरवरी, 2023 को दिव्‍यांगता के क्षेत्र में सहयोग पर केंद्रित भारत सरकार और दक्षिण अफ्रीका सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर को मंजूरी दी। इस द्विपक्षीय समझौते का उद्देश्य भारत सरकार के दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग और दक्षिण अफ्रीका की सरकार के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है ताकि दिव्‍यांगता के क्षेत्र में संयुक्त पहल को सुविधाजनक बनाया जा सके। इस समझौता ज्ञापन में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का वादा किया गया है। इसके तहत वैधता की अवधि के दौरान सहयोग के खास प्रस्तावों को लागू किया जाएगा, दोनों देशों में दिव्‍यांग व्यक्तियों के लिए समावेशिता एवं सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने के लिए साझा प्रतिबद्धताओं को बढ़ावा दिया जाएगा।

4. रचनात्मकता को सशक्तिकरण: देश भर से प्रतिभाओं एवं शिल्पों के प्रदर्शन के साथ दिव्य कला मेला 2023 का आयोजन

दिव्‍य कला मेला 2023 का आयोजन अलग-अलग तारीखों पर मुंबई, वाराणसी, भोपाल और पटना में आयोजित किया गया। पूरे साल आयोजित होने वाला यह मेला दिव्‍यांग व्यक्तियों के समग्र विकास एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत अभियान के अनुरूप दृष्टिकोण के साथ सरकार का लक्ष्य भारत के समग्र विकास में दिव्यांगजनों की बराबर भागीदारी सुनिश्चित करना है। इस मेले में 22 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 150 से 200 दिव्यांग कारीगरों, कलाकारों और उद्यमियों की रचनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया गया। मेले में उनके द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। घर सजाने वाले उत्‍पादों से लेकर जीवन शैली संबंधी वस्तुओं, कपड़ों और स्टेशनरी से लेकर पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों, जैविक वस्‍तुओं, खिलौने, उपहार के सामान एवं आभूषण जैसी निजी उपयोग वाली वस्तुओं तक का प्रदर्शन किया गया। इस मेले ने दिव्यांग प्रतिभागियों की प्रतिभा एवं कौशल का जश्न मनाते हुए सामाजिक-आर्थिक मोर्चे पर उनके व्यापक समावेशन एवं सशक्तिकरण में योगदान दिया।

5. दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने सभी प्रकार का दिव्यांगता दिवस मनाया

दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने 2023 में विभिन्न दिव्‍यांगता जागरूकता दिवसों के मद्देनजर पूरे साल चलने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया। कैलेंडर में महत्वपूर्ण घटनाओं को चिह्नित किया गया, जिसमें 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस से लेकर 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्‍यांगजन दिवस तक शामिल थे। इन समारोहों में विश्व कुष्ठ रोग दिवस, अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस, विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस आदि शामिल थे। इन कार्यक्रमों ने विभिन्‍न प्रकार की दिव्‍यांगता को उजागर किया और जागरूकता को बढ़ावा दिया। विभाग ने अपने विभिन्न संस्थानों और भारतीय पुनर्वास परिषद के सहयोग से पूरे साल वेबिनारों एवं सेमिनारों की एक श्रृंखला आयोजित की। इन कार्यक्रमों में कुशल पेशेवरों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया गया। इन आयोजनों ने न केवल शिक्षा एवं जागरूकता के लिए एक प्‍लेटफॉर्म के तौर पर काम किया बल्कि पेशेवरों को सतत पुनर्वास शिक्षा (सीआरई) के अंक भी प्रदान किए। इससे दिव्‍यांगजनों के समग्र सशक्तिकरण में मदद मिली।

6. चैंपियन उपलब्धियां: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने एबिलंपिक्स पदक विजेताओंभारतीय बधिर क्रिकेट टीम और पैरा तैराक  सतेंद्र सिंह लोहिया को सम्मानित किया

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने एक अभूतपूर्व पहल के तहत 28 मार्च, 2023 को टीम इंडिया के एबिलंपिक्स पदक विजेताओं को सम्मानित करते हुए दिव्‍यांगता के क्षेत्र में उत्कृष्टता का जश्न मनाया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने व्‍यक्तिगत तौर पर इन महत्‍वपूर्ण व्‍यक्तियों की उपलब्धियों की सराहना की जो उनकी प्रतिभा एवं समर्पण को पहचानने के लिए महत्‍वपूर्ण है। इसके अलावा 1 जून, 2023 को दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) के सचिव  राजेश अग्रवाल ने बांग्लादेश के खिलाफ आईडीसीए टीआर- नेशन वनडे में विजयी भारतीय बधिर क्रिकेट टीम को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया। उन्‍होंने अंतर्राष्ट्रीय पैरा तैराक  सतेंद्र सिंह लोहिया को भी सम्‍मानित किया जिन्होंने इंग्लिश चैनल को दोनों ओर से पार करते हुए इतिहास रचा। ये पहल दिव्‍यांगजनों के सशक्तिकरण और उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए मान्यता एवं समर्थन की एक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं।

7. दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव ने दिव्यांगजन अधिकार कानून 2016 के प्रावधानों को लागू करने के लिए स्‍थानीय आयुक्‍तों और सभी राज्‍यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के साथ बैठक की/ सचिव ने आईसीटीकौशल विकास, व्यावसायिक प्रशिक्षणब्रेल प्रेस को बढ़ावा सहित दिव्यांगजनों के लिए निर्बाध माहौल तैयार करने के महत्व जोर दिया

9 मई, 2023 को जारी

सचिव  राजेश अग्रवाल के कुशल मार्गदर्शन में दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने दिव्‍यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के प्रावधानों को लागू करने के लिए कई सुधारों को आगे बढ़ाया है। इसी प्रकार की तमाम पहलों की एक श्रृंखला के तहत 9 मई को निवासी आयुक्तों और सभी राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई।

बैठक में आईसीटी, बुनियादी ढांचा एवं परिवहन प्रणाली का निर्माण, शीघ्र हस्‍तक्षेप एवं शीघ्र नैदानिक केंद्र स्‍थापित करने, माता-पिता की काउंसलिंग, उच्च शिक्षण संस्थानों एवं सरकारी नौकरियों में आरक्षण, कौशल विकास एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण, सभी स्‍थानीय भाषाओं में शैक्षणिक सामग्री एवं सुविधाओं की उपलब्धता, ब्रेल प्रेस को बढ़ावा देने और सर्वोच्‍च न्‍यायालय में चल रहे मामलों के साथ-साथ दिव्यांगजनों के लिए निर्बाध वातावरण तैयार करने के महत्‍व पर विचार-विमर्श किया गया।

8. दिव्य कला शक्ति के तहत दिव्‍यांग कलाकारों की क्षमताओं को प्रदर्शित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सपने को साकार किया

27 मई, 2023 को जारी

राष्ट्रपति भवन और बालयोगी सभागार में 18 अप्रैल, 2019 और 23 जुलाई, 2019 को आयोजित दो राष्ट्रीय कार्यक्रमों के बाद विभाग पूर्व राष्ट्रपति  रामनाथ कोविंद के निर्देशन में दिव्य कला शक्ति को क्षेत्रीय स्तर पर ले जा रहा है। इस निर्देश के अनुसार, छह क्षेत्रीय दिव्य कला शक्ति कार्यक्रम विभिन्न स्थानों पर पहले ही आयोजित किए जा चुके हैं। इन स्‍थानों में मुंबई के पश्चिमी, उत्‍तर पूर्वी एवं दक्षिणी क्षेत्र, अरुणाचल, चेन्नई, नई दिल्ली, गुवाहाटी और वाराणसी शामिल हैं। वाराणसी में दिव्य कला शक्ति कार्यक्रम 27 मई, 2023 को आयोजित किया गया। आगामी दिव्य कला शक्ति कार्यक्रम जनवरी और फरवरी महीने के दौरान बेंगलूरु (6 जनवरी, 2024), अहमदाबाद (1 जनवरी, 2024), इंदौर (5 जनवरी, 2024) और हैदराबाद (7 फरवरी, 2024) में आयोजित होने जा रहे हैं।

9. समावेशिता पर जोर: पहुंच संबंधी दिशानिर्देशों की उपलब्धियां

समावेशिता की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण कदम के तहत क्षेत्र विशेष के लिए पहुंच संबंधी दिशानिर्देशों को तैयार करने पर ताजा अपडेट में आरपीडब्ल्यूडी रूल्‍स के नियम 15 के तहत अधिसूचित महत्वपूर्ण मानकों एवं दिशानिर्देशों को शामिल किया गया है। इनमें भारत में सार्वभौमिक पहुंच के लिए सामंजस्यपूर्ण दिशानिर्देश एवं जगह संबंधी मानक 2021, आईसीटी उत्पादों एवं सेवाओं के लिए पहुंच, संस्कृति क्षेत्र के लिए खास सामंजस्यपूर्ण पहुंच संबंधी मानक, खेल परिसरों तक पहुंच के लिए दिशानिर्देश, नागरिक उड्डयन 2022 के लिए पहुंच संबंधी मानक, स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच के लिए मानक और ग्रामीण क्षेत्र के लिए खास सामंजस्यपूर्ण पहुंच मानक/ दिशानिर्देश शामिल हैं। सभी क्षेत्रों में इन दिशानिर्देशों को सक्रितापूर्वक लागू करना दिव्‍यांगजनों की सार्वभौम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा, दूरसंचार विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और कानून एवं न्याय विभाग के साथ सहयोग दिव्‍यांगजनों के लिए व्‍यापक पहुंच सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण को मजबूत करता है। इससे विभिन्न क्षेत्रों में समावेशन का मार्ग प्रशस्‍त होता है।

10. ऐतिहासिक साझेदारी: एनईपी 2020 समारोह के तीसरे वर्ष भारतीय सांकेतिक भाषा के साथ बधिर शिक्षा में क्रांति लाने के लिए आईएसएलआरटीसी और एनआईओएस एकजुट हुए

1 अगस्त, 2023 को जारी

आईएसएलआरटीसी ने विशेषज्ञता एवं संसाधनों को साझा करने के साथ-साथ भारतीय सांकेतिक भाषा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सामग्रियों को साथ मिलकर विकसित करने के लिए एनआईओएस के साथ 29 जुलाई 2023 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए। एनईपी 2020 महोत्‍सव के तीसरे वर्ष और दूसरे अखिल भारतीय शिक्षा संगम के अवसर पर नई दिल्ली के प्रगति मैदान के आईटीपीओ में आयोजित एक कार्यक्रम में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

दिव्‍यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव  राजेश अग्रवाल और एनआईओएस के चेयरपर्सन प्रोफेसर सरोज शर्मा के मार्गदर्शन में आईएसएलआरटीसी और एनआईओएस ने कई क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करने की योजना बनाई है। इनमें भारतीय सांकेतिक भाषा में अधिगम सामग्री की समीक्षा प्रक्रिया को डिजाइन एवं विकसित करना, मूक बधिर छात्रों के लिए परीक्षा एवं मूल्‍यांकन की सुचारु प्रक्रिया विकसित करना, चयनित क्षेत्रों में भारतीय सांकेतिक भाषा की मानकीकरण प्रक्रिया के लिए आईएसएलआरटीसी की विशेषज्ञता एवं संसाधनों को साझा करना आदि शामिल हैं।

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