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राष्ट्रपति मुर्मु और मोदी ने किया अब्दुल कलाम को 92वीं जयंती पर नमन

दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन.रवि ने रविवार को पूर्व राष्ट्रपति एवं भारत रत्न ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की 92वीं जयंती के मौके पर उन्हें नमन किया।

इस अवसर पर डॉ. कलाम के पैतृक शहर तमिलनाडु में रामनाथपुरम जिले के रामेश्वरम सहित राज्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने द्वीप शहर में कलाम के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मैराथन को हरी झंडी दिखाई।

मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति भवन ने तस्वीर साझा करते हुए एक्स पोस्ट में कहा, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।”

इस अवसर पर श्री मोदी ने डॉ. कलाम को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर हार्दिक नमन, जो अपने विनम्र व्यवहार और असाधारण वैज्ञानिक प्रतिभा के कारण लोगों के प्रिय थे।” उन्होंने कहा, “राष्ट्र निर्माण में उनके अतुलनीय योगदान को हमेशा श्रद्धा के साथ याद किया जाएगा।”

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भी डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने एक्स पर एक फ़ाइल तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा, “ भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राष्ट्र के लिए उनका दृष्टिकोण और उसे साकार करने का समर्पण सभी भारतीयों को प्रेरित करता रहता है।”

रवि ने स्कूली छात्रों के साथ राजभवन में डॉ. कलाम की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। वहीं स्टालिन ने अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में डॉ. कलाम की आदमकद कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया और स्कूली छात्रों की उपस्थिति में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर राज्य के मंत्री, चेन्नई निगम की मेयर आर.प्रिया और अन्य लोग उपस्थित रहे।

बाद में एक सोशल मीडिया पोस्ट में श्री स्टालिन ने कहा, “डॉ कलाम की जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। वे एक वैज्ञानिक थे और जिन्होंने एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई की तथा अपने अल्मा मेटर अन्ना विश्वविद्यालय में अपने बुद्धिमान कौशल के माध्यम से राष्ट्रपति के स्तर तक पहुंचे।”

उन्होंने कहा कि देश का शिक्षित युवा डॉ. कलाम के विश्वास की रक्षा अवश्य करेगा। भारत अपनी वैज्ञानिक दृष्टि और ज्ञान के साथ वैश्विक स्तर पर चमकेगा।

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