नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल लगभग 11 बजे अपराह्न में जगदलपुर, बस्तर पहुंचकर छत्तीसगढ़ में 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड का इस्पात संयंत्र भी शामिल है। लगभग तीन बजे पूर्वाह्न में प्रधानमंत्री तेलंगाना के निजामाबाद पहुंचेंगे, जहां वे बिजली, रेल व स्वास्थ्य जैसे महत्त्वपूर्ण सेक्टरों की लगभग 8000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को गति देने की पहल के अनुकूल प्रधानमंत्री बस्तर जिले में नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड के इस्पात संयंत्र का लोकार्पण करेंगे। यह संयंत्र 23,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनकर तैयार हुआ है।
यह ग्रीनफील्ड परियोजना का संयंत्र है, जहां उच्च गुणवत्ता वाला इस्पात निर्मित होगा। नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड का इस्पात संयंत्र हजारों लोगों को संयंत्र में और अनुषांगिक व सहयोगी उद्योगों में रोजगार के अवसर देगा। इलाके के सामाजिक-आर्थिक विकास में तेजी लाकर यह संयंत्र बस्तर को दुनिया के इस्पात मानचित्र में दर्ज कर देगा। देशभर में रेल अवसंरचना में सुधार लाने के बारे में प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप कार्यक्रम के दौरान अनेक रेल परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया जायेगा। प्रधानमंत्री अंतागढ़ व तारोकी के बीच नई रेल लाइन और जगदलपुर और दंतेवाड़ा के बीच डबल रेल लाइन परियोजना का लोकार्पण करेंगे। वे बोरीडांड–सूरजपुर रेल लाइन को दो-तरफा बनाने की परियोजना तथा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जगदलपुर स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री तारोकी – रायपुर डेमू रेल सेवा को भी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
इन रेल परियोजनाओं से राज्य के जनजातीय इलाकों में कनेक्टिविटी में सुधार होगा। रेल अवसंरचना में सुधार और नई रेल सेवाओं से स्थानीय लोगों को सुविधा होगी तथा इलाके में आर्थिक विकास को मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-43 के ‘कुनकुरी से छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा खंड’ पर सड़क उन्नयन परियोजना का भी लोकार्पण करेंगे। इस नई सड़क से सड़क कनेक्टिविटी में सुधार आयेगा और क्षेत्रवासियों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री द्वारा रेल परियोजनाओं के लोकार्पण की बदौलत तेलंगाना की रेल अवसंरचना में तेजी आ जायेगी। इन परियोजनाओं में मनोहराबाद और सिद्दीपेट को जोड़ने वाली नई रेल लाइन परियोजना तथा धर्माबाद-मनोहराबाद और महबूबनगर-कुरनूल के बीच विद्युतीकरण परियोजना शामिल है।
इस तरह मनोहराबाद-सिद्दीपेट की 76 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के आसपास के इलाके में सामाजिक-आर्थिक विकास में तेजी आयेगी, खासतौर से मेडक व सिद्दीपेट जिलों में। धर्माबाद मनोहराबाद और महबूबनगर-कुरनूल के बीच विद्युतीकरण परियोजना से गाड़ियों की औसत रफ्तार में सुधार आयेगा तथा क्षेत्र में पर्यावरण हितैषी रेल यातायात को बल मिलेगा। प्रधानमंत्री सिद्दीपेट-सिकंदराबाद-सिद्दीपेट रेल सेवा को भी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इससे क्षेत्र में स्थानीय रेल यात्रियों को लाभ मिलेगा।