Ranveer Allahbadia: स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में पेरेंट्स पर अश्लील जोक्स करने को लेकर विवादों में घिरे यूट्यूबर-पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया ने शनिवार को कहा कि वह और उनकी टीम पुलिस के साथ सहयोग कर रही है, लेकिन उन्हें लगातार धमकियां भी मिल रही हैं।
रणवीर इलाहाबादिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक स्टोरी शेयर करते हुए लिखा, मैं और मेरी टीम पुलिस तथा अन्य सभी अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है। मैं उचित प्रक्रिया का पालन करूंगा और सभी एजेंसियों के लिए उपलब्ध रहूंगा। माता-पिता के बारे में मेरा बयान असंवेदनशील और अपमानजनक था। यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं बेहतर करूं और मैं वास्तव में इसके लिए माफी चाहता हूं।
View this post on Instagram
उन्होंने धमकियों का जिक्र करते हुए कहा, मैं देख रहा हूं कि लोग मुझे मारने और मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहे हैं। लोग मरीज बनकर मेरी मां के क्लिनिक में घुस आए थे। मैं डरा हुआ महसूस कर रहा हूं और मुझे नहीं पता कि क्या करना है, लेकिन मैं भाग नहीं रहा हूं। मुझे पुलिस और देश की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
इससे पहले यूट्यूब शो इंडियाज गॉट लेटेंट में की गई विवादास्पद टिप्पणी की जांच के तहत मुंबई और असम पुलिस की टीमें शुक्रवार को पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया के आवास पर पहुंची थीं, लेकिन वहां ताला लगा हुआ था।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, रणवीर इलाहाबादिया की विवादास्पद टिप्पणी के संबंध में जांच शुरू करने वाली मुंबई पुलिस शुक्रवार को वर्सोवा इलाके में उनके फ्लैट पर गई, लेकिन वह बंद मिला।
इलाहाबादिया को उनके विवादास्पद बयानों की जांच के सिलसिले में गुरुवार को खार थाने में उपस्थित रहने के लिए कहा गया था, लेकिन उनके उपस्थित न होने पर पुलिस ने दूसरा समन जारी कर उन्हें शुक्रवार को उपस्थित होने के लिए कहा।
पॉडकास्टर इलाहाबादिया ने खार पुलिस से अनुरोध किया था कि उनका बयान उनके आवास पर दर्ज किया जाए, लेकिन उनका अनुरोध ठुकरा दिया गया। इससे पहले समय रैना ने भी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल से शो के सभी वीडियो हटा दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि पेरेंट्स पर किए गए अश्लील कमेंट को लेकर यूट्यूबर-पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, आशीष चंचलानी, अपूर्वा मखीजा समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ बीते मंगलवार को बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट में केस दर्ज किया गया। शिकायत बांद्रा स्थित सामाजिक कार्यकर्ता निखिल रूपारेल ने दर्ज करवाई है जो कांग्रेस से संबद्ध एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि भी हैं।