Uttarkashi Tunnel: 41 मजदूरों को सुरंग से निकालने के लिए रेस्क्यू आखिरी चरण में, अब आई यह बाधा

नेशनल डेस्क: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए विभिन्न एजेंसियों का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। उत्तरकाशी सुरंग में राहत बचाव कार्य का आज 12वां दिन हैं।   अधिकारियों को उम्मीद है कि बचाव अभियान गुरुवार को पूरा हो सकता है। हालांकि.

नेशनल डेस्क: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए विभिन्न एजेंसियों का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। उत्तरकाशी सुरंग में राहत बचाव कार्य का आज 12वां दिन हैं।

 

अधिकारियों को उम्मीद है कि बचाव अभियान गुरुवार को पूरा हो सकता है। हालांकि खबर है कि 4 से 5 लेवल लोहे का सरिया और स्टील ने रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा पहुंचाई है। ऑगर मशीन में कुछ खराबी के चलते उसे बंद कर दिया गया है। दिल्ली से 7 एक्सपर्ट हेलिकॉप्टर से उत्तरकाशी पहुंच रहे हैं। ऑगर मशीन में खराबी को ठीक करने के लिए हेलिकॉप्टर से एक और मशीन लाई गई है।

 

800mm वाली पाइप के अंदर NHIDCL और NDRF के जवान अंदर गए हैं और हाइड्रोलिक कटर की मदद से इस लोहे को काटने की कोशिश की जा रही है। NDRF के जवानों ने पाइप के भीतर जाकर मलबे की वीडियो रिकार्डिंग भी की है। बीच में आए लोहे के ना कट पाने की वजह से देरी है रही है।

 

घटनास्थल पर एम्बुलेंस तैयार, डॉक्टर मौजूद

41 मजदूरों के बाहर निकलने पर तीन स्तर पर शारीरिक जांच होगी। पैरामेडिक, CMO और चिन्याली सौड के अस्पताल में जांच होगी। देर रात घटनास्थल पर चिकित्सा उपकरण पहुंचाए गए हैं। वहां एक अस्थायी अस्पताल स्थापित किया गया है। इसके मद्देनजर एम्बुलेंस को तैयार रखा गया है और चिकित्सकों को घटनास्थल पर बुला लिया गया है। घटनास्थल पर विशेषज्ञों सहित 15 डॉक्टरों की एक टीम को साइट पर तैनात किया गया है।

 

घटनास्थल पर बारह एम्बुलेंस को तैयार रखा गया है और बेड़े में 40 एम्बुलेंस को तैयार रखने की योजना थी। पाइप डाल दिए जाने के बाद श्रमिक इसके माध्यम से बाहर निकल सकते हैं। यह पाइप एक मीटर से थोड़ा कम चौड़ा है। एक बार जब पाइप के दूसरे छोर तक पहुंच जाने पर फंसे हुए श्रमिकों के रेंग कर बाहर निकलने की संभावना है। मौके पर एक हेलीकॉप्टर भी तैयार रखने की योजना थी।

 

सुरंग में फंसे श्रमिकों के बाहर आने के बाद उनकी देखभाल के लिए चिन्यालीसौड़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बिस्तरों का एक अस्पताल तैयार कर लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि जिले के सभी अस्पतालों के साथ-साथ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश भी अलर्ट पर है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पल-पल घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं और इसकी जानकारी ले रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात करके सिलक्यारा में चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली। धामी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को केंद्रीय एजेंसियों, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों एवं प्रदेश प्रशासन के परस्पर समन्वय के साथ संचालित बचाव कार्यों से अवगत कराया और उन्हें गत 24 घंटे में हुई सकारात्मक प्रगति एवं श्रमिकों और उनके परिजनों की बातचीत से बढ़े मनोबल की भी जानकारी दी।

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