‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत आज नई दिल्ली में आयोजित ‘इन्वेस्टर मीट’ एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ, जिसमें माननीय मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। इस मीट के दौरान, राजस्थान में निवेश के लिए 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश संबंधी समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इन नए एमओयू के साथ, प्रदेश में कुल एमओयू का मूल्य 12.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जो राजस्थान सरकार के ‘विकसित राजस्थान’ की दिशा में उठाए गए ठोस कदमों को दर्शाता है।
इस मीट में उद्योग और व्यापार जगत की कई जानी-मानी हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें टाटा पावर, इंडियन ऑयल, अवाडा ग्रुप, और रिलायंस बायो एनर्जी जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल थीं। ये एमओयू विभिन्न क्षेत्रों जैसे अक्षय ऊर्जा, पावर ट्रांसमिशन, सीएनजी, लॉजिस्टिक्स, और एग्रोटेक में निवेश को बढ़ावा देने के लिए किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा, “राजस्थान एक परिवर्तनकारी युग की दहलीज पर खड़ा है। हम न केवल एक मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव रख रहे हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी भविष्य का निर्माण भी कर रहे हैं।” उन्होंने सरकार की योजना के तहत अगले पांच वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को 180 बिलियन अमेरिकी डॉलर से दोगुना करके 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर करने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि निवेशकों के अनुकूल वातावरण बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिसमें औद्योगिक भूमि के अधिग्रहण को सरल बनाना और निजी औद्योगिक पार्कों की योजना शामिल है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि राज्य सरकार का ध्यान केवल एमओयू पर नहीं है, बल्कि उन्हें जमीन पर उतारकर वास्तविक परियोजनाओं में बदलने पर भी है।
इस मीट के माध्यम से, देशी और विदेशी निवेशकों, उद्योग और व्यापार जगत के दिग्गजों को 9-10-11 दिसंबर को जयपुर में होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट 2024 में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। इस प्रकार, राजस्थान सरकार के प्रयास राज्य में निवेश को बढ़ावा देने और समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने में सहायक साबित हो रहे हैं।