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Sharda Sinha का निधन संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति…PM Modi- Droupadi Murmu सहित इन मंत्रियो में जताया शोक

नई दिल्ली: पद्म भूषण से सम्मानित देश की जानी-मानी लोक गायिका शारदा सिन्हा का देर रात निधन हो गया है। बता दें कि 72 वर्षीय शारदा सिन्हा का मंगलवार को कैंसर की जटिलताओं के कारण निधन हो गया। उन्हें हाल ही में दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था और उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके निधन पर दुख व्यक्त किया।

पीएम मोदी ने जताया दुख

पीएम मोदी ने एक्स पर साझा करते हुए लिखा कि “प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। उनके मैथिली और भोजपुरी लोकगीत दशकों से अपार लोकप्रियता हासिल करते रहे हैं। छठ के पवित्र त्योहार से जुड़े उनके सुंदर गीतों की गूंज हमेशा याद रहेगी। उनका निधन संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इस कठिन समय में मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, ओम शांति,”।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी लोक गायिका के निधन पर किया दुख व्यक्त 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी लोक गायिका के निधन पर दुख व्यक्त किया। राष्ट्रपति ने एक्स पर लिखा कि “बिहार कोकिला के नाम से प्रसिद्ध गायिका डॉ. शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर बेहद दुखद है। मैथिली और भोजपुरी में बिहारी लोकगीतों में अपनी मनमोहक आवाज के लिए उन्होंने संगीत जगत में जबरदस्त प्रशंसा हासिल की। ​​छठ पूजा के इस दिन उनके मधुर गीत भारत और विदेश दोनों जगह भक्ति का दिव्य माहौल बना रहे होंगे। उनके कलात्मक योगदान के लिए उन्हें 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उनका गायन अमर रहेगी। मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।

सीएम नीतीश ने भी जताया शोक

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार कोकिला, पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार कोकिला, पद्म श्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा जी का निधन दुःखद। वे मशहूर लोक गायिका थीं। उन्होंने मैथिली, बज्जिका, भोजपुरी के अलावा हिन्दी गीत भी गाये थे। उन्होंने कई हिन्दी फिल्मों में भी अपनी मधुर आवाज दी थी। स्व० शारदा सिन्हा जी के छठ महापर्व पर सुरीली आवाज में गाए मधुर गाने बिहार और उत्तर प्रदेश समेत देश के सभी भागों में गूंजा करते हैं। उनके निधन से संगीत के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उनकी आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने भी भारतीय संगीत पर गायिका के प्रभाव को स्वीकार करते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा कि अपनी मधुर आवाज़ से पाँच दशकों से अधिक समय तक भारतीय संगीत को नई ऊँचाई देने वाली शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ। बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध शारदा सिन्हा जी ने मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों को जन-जन का कंठहार बनाया और पार्श्व गायिका के रूप में फिल्म जगत को मंत्रमुग्ध करतीं रहीं। पूर्वांचल के लोक संस्कार उनकी आवाज़ के बिना अधूरे लगते हैं। इस छठ महापर्व पर उनका स्वर भक्तों को निश्चय ही और भी भावुक करेगा। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिजनों के साथ हैं। छठी मैया दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति शांति शांति।

 

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