नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं प्रदेश महामंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा की उपस्थिति में आज दक्षिण दिल्ली के आम आदमी पार्टी के कई बड़े चेहरों के साथ ही बाल्मीकि समाज से जुड़े कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए। पत्रकार वार्ता का संचालन मीडिया प्रमुख श्री प्रवीण शंकर कपूर ने किया।
आम आदमी पार्टी के इन पदाधिकारियों के भाजपा में शामिल होने से केजरीवाल सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज को बड़ा झटका लगा है क्योंकि इनमें से अधिकांश उनके ही चुनाव क्षेत्र से हैं। आम आदमी पार्टी से आए नेताओं में नई दिल्ली जिलाध्यक्ष श्री सूरज भान, नई दिल्ली लोकसभा संगठन मंत्री श्री राजकुमार, सचिव श्री नकुल सागवान, ग्रेटर कैलाश विधानसभा अध्यक्ष श्री धर्मवीर, चिराग दिल्ली वार्ड अध्यक्ष श्री करम सिंह एवं चिराग दिल्ली वार्ड संगठन मंत्री श्री चतर सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए जिन्हें प्रदेश अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने पटका पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इसके अलावा अखिल भारतीय बाल्मीकि समाज विकास परिषद उपाध्यक्ष श्री विजय वाल्मीकि, महरौली विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी श्री राधेश्याम, ग्रीन पार्क वार्ड से पूर्व निगम प्रत्याशी श्री गगन गोहर, समाजिक कार्यकर्ता श्री सूर्यभान यादव, श्री जितेन्द्र बाल्मीकि एवं श्री कुनाल चड्ढा प्रमुख हैं जिन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा की केजरीवाल के भ्रष्टाचार के चलते आम आदमी पार्टी का विघाटन प्रारम्भ हो गया है।
हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि जिस भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करके आम आदमी पार्टी सत्ता में आई थी, आज वह भ्रष्टाचार के दलदल में पूरी तरह से डूब चुकी है और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल ने उन सभी को धोखा दिया है जो कभी भ्रष्टाचार के खिलाफ एक आवाज बनकर उनके साथ पार्टी में शामिल हुए थे। संस्थापक सदस्यों सहित आज उनकी पार्टी का हर कार्यकर्ता केजरीवाल के भ्रष्टाचार से त्रस्त है।
मल्होत्रा ने कहा कि खुद को कट्टर ईमानदार बताने वाले केजरीवाल के दो दो पूर्व मंत्री भ्रष्टाचार करके जेल में बंद हैं और उन्हें बेल तक नहीं मिल पा रही है जबकि दिल्ली के लोगों की सेवा करने की जगह केजरीवाल दूसरे राज्यों में व्यस्त हैं। इन्हीं सब कारणों से आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मोह भंग हो चुका है और अब वे सभी भाजपा में शामिल होना चाहते हैं।