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लावारिस लाश को परिवार ने अपना बेटा समझ किया अंतिम संस्कार, शोकसभा में जिंदा पहुंचा शख्स

गुजरात के मेहसाना में कुछ ऐसा हुआ जिसने एक परिवार को हैरत में डाल दिया। परिवार के लोगों को दो दिन पहले युवक की मौत का सदमा लगा। परिजनों ने एक लावारिस लाश को अपना बेटा समझकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। परिजन जब एक सभा में बेटे की मौत का शोक मना रहे थे, वहां वह युवक पहुंच गया। अपनी फोटो पर फूलमाला और अगरबत्ती जलती देख युवक के तो होश उड़ ही गए। वहीं परिजन भी सदमे में पड़ गए। जिसकी मौत का वे शोक मना रहे थे उसे अपने सामने खड़ा देखकर उनकी खुशी का ठिकाना तो नहीं था, लेकिन यह भी मन में सवाल था कि आखिर यह हुआ क्या है।

दरअसल प्रभुनगर सोसाइटी निवासी बृजेश सुथार दो दिन पहले अपने घर से बिना किसी को कुछ बताए निकल गया था। देर शाम तक जब वह घर न लौटा तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। काफी खोजबीन के बाद भी युवक के बारे में कुछ पता न चला तो परिजनों ने नरोदा पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी। परिजनों ने बताया था कि युवक अहमदाबाद में शेयर बाजार में निवेश कर रहा था और पिछले कुछ दिनों से काफी तनाव में था। इसके अगले दिन पुलिस को एक शव मिला तो परिजनों को शिनाख्त के लिए बुलाया गया। परिजनों ने शव की शिनाख्त बृजेश के तौर पर कर ली। इसके बाद पुलिस से शव का सुपुर्दगी ली गई और शव घर ले आए। सभी रिश्तेदार, मित्रों को निधन की सूचना दे दी गई और अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके अगले दिन परिजनों ने युवक की मौत पर शोक सभा रखी। शोकसभा में परिजन युवक की मौत का गम मना ही रहे थे कि इस बीच युवक शोकसभा में पहुंच गया।

परिजनों के पहले तो शोकसभा में युवक को खड़ा देख हैरानी हुई। इसके बाद उन्होंने खुशी जताई। अब परिजन इस बात से परेशान हैं कि आखिर उन्होंने किसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं पुलिस को भी सूचना दे दी गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि वास्तव में अंतिम संस्कार किसका किया गया था? पुल के पास मिला शव किसी अज्ञात व्यक्ति का था और पुलिस मृतक के परिवार और रिश्तेदारों का पता लगाने के लिए काम कर रही है।

 

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