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मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए इस्पात निर्मित पहला पुल बन कर तैयार

सूरत: मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए इस्पात निर्मित पहला पुल बन कर तैयार हो गया है। गुजरात के सूरत शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग -53 पर यह पहला स्टील पुल बनाया गया है। मुख्य पुल की लंबाई 70 मीटर और वजन 673 टन है। जबकि पुल के उत्तरी छोर पर लॉन्चिंग नोज की लंबाई.

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सूरत: मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए इस्पात निर्मित पहला पुल बन कर तैयार हो गया है। गुजरात के सूरत शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग -53 पर यह पहला स्टील पुल बनाया गया है। मुख्य पुल की लंबाई 70 मीटर और वजन 673 टन है। जबकि पुल के उत्तरी छोर पर लॉन्चिंग नोज की लंबाई 38 मीटर और वजन 167 टन है।

यह पुल हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर प्रस्तावित 28 स्टील पुलों में से पहला है। इन स्टील पुलों के निर्माण में लगभग 70 हजार टन स्टील का उपयोग होने का अनुमान है। इन स्टील ब्रिज स्पैन की लंबाई 60 मीटर से लेकर 130+100 मीटर‘कंटीन्यूअस स्पैन’तक होगी।

ये पुल जापानी विशेषज्ञता के साथ बनाए जा रहे हैं जिन पर कंक्रीट से ट्रैक बेड और उस पर ट्रैक स्लैब बिछाए जाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग, एक्सप्रेसवे और रेलवे लाइनों को पार करने के लिए स्टील पुल सबसे उपयुक्त माने जाते हैं। वहीं दूसरी ओर, 40 से 45 मीटर तक के प्री-स्ट्रेस्ड कंक्रीट पुल, नदी पुलों सहित अधिकांश वर्गों के लिए उपयुक्त होते हैं। भारतीय इंजीनियरों के पास 100 से 160 कि.मी. प्रति घंटे के बीच चलने वाली भारी मालवाहक और सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों के लिए स्टील पुल बनाने की विशेषज्ञता है। इसके अलावा यह पहली बार है कि 320 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली शिंकानसेन बुलेट ट्रेन के लिए करने वाला स्टील का पुल बनाया और सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया।

स्टील के प्रत्येक पुल का उत्पादन कार्यशाला परिसर में अल्ट्रासोनिक परीक्षण द्वारा परीक्षण किया गया। स्टील पुल का निर्माण जापानी इंजीनियर द्वारा तैयार डिजाइन ड्रॉइंग्स के अनुसार कटिंग, ड्रिलिंग, वेल्डिंग और पेंटिंग के उच्च तकनीक की मदद से किया जाता है।

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