नयी दिल्ली: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देहरादून-हरिद्वार के बीच एक्सप्रेस-वे पर वाहनों के निर्वाध संचालन तथा जंगली जानवरों को सुरक्षित रास्ता देने के लिए तीन अंडरपास विकसित किये गये हैं। गडकरी ने कहा कि देहरादून से हरिद्वार के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-7 तक तीन अंडरपास बनाए गये हैं। यह इस वन्य क्षेत्र में वन्य जीव संरक्षण के मद्देनजर जंगली जानवरों के स्वच्छंद आवासों को खासकर हाथियों की आवाजाही के लिए सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराने के वास्ते तीन अंडरपास विकसित किए गये हैं।
उन्होंने कहा कि वन्य क्षेत्र में इंसानों की आवाजाही में वन्य जानवरों की जीवनचर्या प्रभावित नहीं हो इसको ध्यान में रखते हुए इन अंडरपासों का निर्माण किया गया है। इसका उद्देश्य वन्यजीवों की मुक्त आवाजाही को बढ़ावा देना और उनको सुरक्षा उपलब्ध करना है। यह पहला वन्य जीव क्षेत्र है जिस पर मानव विकास के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने और जैव विविधता के संरक्षण को प्रोत्साहित करने के विशेष उपाय किये गये हैं। गौरतलब है कि इस एक्सप्रेस-वे पर एशिया का सबसे लंबा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बन रहा है। इस कॉरिडोर के बनने से जंगली जानवरों और इंसानों का आमना-सामना नहीं होगा क्योंकि कॉरिडोर के ऊपर से वाहन दौड़ेंगे नीचे से हाथी तथा अन्य जंगली जानवर आसानी से आवाजाही कर सकेंगे। इस एक्सप्रेस-वे पर कुल छह अंडरपास बनाए जाएंगे।