TMC Celebrated 26th Foundation Day : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बुधवार को राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ अपना 26वां स्थापना दिवस मनाया। पार्टी की स्थापना एक जनवरी 1998 को हुई थी। इस अवसर पर टीएमसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य के लोगों के अधिकारों के लिए पार्टी का संघर्ष जारी है और भविष्य में भी जारी रहेगा।
ममता बनर्जी ने फेसबुक पर लिखा, कि सबसे पहले मैं आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। इसके साथ ही आज हमारी पार्टी का स्थापना दिवस भी है। इस वर्ष के स्थापना दिवस के अवसर पर मैं आपके साथ अपना लिखा और संगीतबद्ध किया एक गीत साझा कर रही हूं। यह गीत प्रसिद्ध गायक श्री इंद्रनील सेन ने गाया है। बंगाल के लोगों के अधिकारों के लिए हमारा संघर्ष जारी है और आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। जय हिंद! जय बांग्ला! वंदे मातरम! तृणमूल कांग्रेस जिंदाबाद! मां-माटी-मानुष जिंदाबाद।
इस अवसर पर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके समर्पण और बलिदान के लिए फेसबुक पर धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, कि टीएमसी देश और राज्य के लोगों के कल्याण के लिए सर्मिपत है। मैं सभी टीएमसी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और बलिदान को सलाम करता हूं। वे हमारी पार्टी की रीढ़ हैं। नए साल में, आइए भविष्य के संघर्षों के लिए नए जोश के साथ तैयारी करें।
टीएमसी के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम, सार्वजनिक समारोह और कस्बों व गांवों में जमीनी स्तर पर पार्टी के गहरे जुड़ाव को दर्शाने के लिए ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए जाएंगे। कोलकाता में पार्टी मुख्यालय में चहल-पहल रही, जहां वरिष्ठ नेताओं ने टीएमसी का झंडा फहराया और पार्टी संस्थापकों को याद किया। इस दौरान युवा शाखा ने रैलियां निकालीं जबकि महिला समर्थकों ने बंगाल की समृद्ध विरासत को प्रर्दिशत करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
उत्तर 24 परगना, नादिया और पुरुलिया जैसे जिलों में समारोह में पारंपरिक नृत्य प्रस्तुति, मिठाइयों का वितरण और भविष्य के लिए पार्टी के दृष्टिकोण पर चर्चा करने के लिए संवाद सत्र आयोजित किए गए। पार्टी कार्यकर्ताओं ने टीएमसी के खास हरे और सफेद रंगों में बैनर, पोस्टर और मालाओं से सड़कों को सजाया।
वर्ष 1998 में स्थापित टीएमसी 2011 में वाम मोर्चा सरकार को हराने के बाद पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज हुई थी। इससे पहले 2001 और 2006 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को सफलता नहीं मिली थी। पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण शख्सियत ममता बनर्जी ने पार्टी को लगातार तीन बार सत्ता में पहुंचाया है, जिसमें 2021 के विधानसभा चुनावों में मिली शानदार जीत भी शामिल है।