नयी दिल्ली: केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को कहा कि चिकित्सा के पारंपरिक रूप की भारतीय समृद्ध विरासत और क्षमता मानवता की पीढ़ियों को बेहतर, स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए समय की कसौटी पर खरी उतरी है। सोनोवाल ने राष्ट्रीय आयुष मिशन की क्षेत्रीय समीक्षा बैठक का उद्घाटन करते हुए कहा कि आयुष चिकित्सा के आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, सोवा रिग्पा या होम्योपैथी रुप का पूरा लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम चिकित्सा के पारंपरिक रूपों को आधुनिक चिकित्सा के साथ वैज्ञानिक रूप से एकीकृत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इस अवसर पर केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई उपस्थित रहे।
केंद्रीय आयुष मंत्री Sonowal ने आयुर्वेद, सुप्रजा, वयोमित्र पर आयुष कार्यक्रम मजबूत करने का आह्वान किया
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