अयोध्या: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखंड के मंत्रिमंडल ने मंगलवार को अयोध्या धाम में भव्य राममंदिर में विराजमान श्रीरामलला के दर पर शीश नवाया और विधि विधान से पूजा अर्चना की। दर्शन-पूजन करने के बाद श्री धामी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रामनगरी अयोध्या और उत्तराखंड का सम्बन्ध बहुत गहरा है। उत्तराखंड के लोग हमेशा अयोध्या आयेंगे। भव्य और दिव्य बन रहे राम मंदिर को देख करके मन प्रसन्न हो गया। भगवान श्रीराम मंदिर में विराजमान हैं। रामलला को देखने की लालसा आज पूरी हो गयी।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या में जमीन मुहैया कराने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर जमीन अयोध्या में मिलेगी तो उत्तराखंड सदन बनायेंगे। उत्तराखंड का हर रामभक्त अयोध्या आना चाहता है। उन्होने कहा “ रामलला का दर्शन करने के बाद मन बहुत प्रसन्न है। मैं अपने आपको बहुत खुशनसीब समझता हूं कि रामलला का दर्शन करने के लिये अयोध्या में आया हूं। ” इस दौरान उत्तराखंड के सभी मंत्री दर्शन के दौरान प्रफुल्लित और भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आये। मंत्रिमण्डल में सतपाल महाराज, प्रेमचन्द्र अग्रवाल, सुबोध उनियाल, डा. धन सिंह रावत, श्रीमती रेखा आर्य एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के साथ कई नेता उपस्थित थे।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कैबिनेट को रामलला का दर्शन और दिव्य और भव्य बन रहे राम मंदिर का अवलोकन भी कराया। उनके साथ में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य दिनेन्द्र दास, विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री राजेन्द्र पंकज भी मौजूद रहे। रामलला के दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भावुक हो गये और कहा कि रामलला के दर्शन में रोम-रोम भक्तिमय और प्रफुल्लित है। उन्होंने कहा कि रामलला को कई वर्षों तक टेंट में रहना पड़ा। वह आज भव्य मंदिर में विराजमान हैं। पूरे देश की जनता उनके आगे नतमस्तक है।