मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार की ओर से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को तड़ीपार कहे जाने पर भाजपा नेता विनोद तावड़े ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। शरद पवार के बयान को बेतुका बताते हुए तावड़े ने उस पर पलटवार किया।
विनोद तावड़े ने बुधवार को एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि शरद पवार साहब ने अमित शाह को तड़ीपार गृहमंत्री कहा है। लेकिन, क्या आपको पता है कि वह तड़ीपार क्यों हुए थे? उन्होंने कहा कि जब सोहराबुद्दीन शेख जैसे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकवादी का एनकाउंटर गुजरात पुलिस द्वारा किया गया था, तब गुजरात कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और गृहमंत्री को राज्य में नहीं होने चाहिए। बाद में, सुप्रीम कोर्ट ने अमित शाह को निर्दोष ठहराया।
शरद पवार पर तंज कसते हुए तावड़े ने कहा कि आपके समय में तो दाऊद इब्राहिम के लोग हेलीकॉप्टर से घूमते थे। जब आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे, तब मुंबई में दाऊद का राज था। उन्होंने कहा कि सोहराबुद्दीन के विषय में कुछ सोचकर कोर्ट ने अमित शाह को तड़ीपार किया गया। उन्होंने कोई चोरी नहीं की थी, या कोई डाका नहीं डाला था, जिसके चलते वह तड़ीपार हुए थे।
तावड़े ने कहा कि सावरकर को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। क्या उनके बारे में भी शरद पवार ऐसा ही बोलते, अगर वह भारत सरकार में मंत्री बनते? उन्होंने आगे कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी जैसे नेता आपातकाल के दौरान जेल में थे, लेकिन बाद में वह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बने। क्या पवार साहब उन नेताओं के बारे में भी यही कहेंगे?
अमित शाह के द्वारा शरद पवार को गद्दार कहे जाने पर उन्होंने पवार को इतिहास के पन्नों को पढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने आपको गद्दार इसलिए कहा, क्योंकि आपने 1978 में गद्दारी की थी। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी पॉलिटिकल बयानबाजी होती है तो उसको स्पोर्ट्समैन स्पिरिट में स्वीकार करना चाहिए ना कि गलत जानकारी देनी चाहिए।