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आप कहां से आते हैं यह मायने नहीं रखता, कहां पहुंचते हैं यह अहम है: मिस इंडिया वर्ल्ड 2023 नंदिनी गुप्ता

मुंबई : एक किसान और गृहिणी की बेटी ‘मिस इंडिया वर्ल्ड 2023’ नंदिनी गुप्ता ने कहा कि उन्होंने कभी अपनी पृष्ठभूमि को सौंदर्य प्रतियोगिता में भाग लेने के उनके बचपन के सपने के आड़े नहीं आने दिया। गुप्ता (19) को मणिपुर के इंफाल में शनिवार रात विजेता घोषित किया गया जहां उन्होंने 29 अन्य प्रतियोगियों को पीछे छोड़ते हुए ताज हासिल किया। नई मिस इंडिया वर्ल्ड बनीं गुप्ता ने कहा कि मुंबई के लाला लाजपतराय कॉलेज में व्यवसाय प्रबंधन का अध्ययन करने के लिए जाने से पहले वह राजस्थान के कोटा में एक साधारण जिंदगी जी रही थीं।

उन्होंने बताया, मेरे पिता किसान और मां गृहिणी हैं। मेरी मां भी पिताजी की मदद करती हैं। आपकी पृष्ठभूमि मायने नहीं रखती, आप क्या बनते हैं यह अहम है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं, जीवन एक यात्रा है…इसलिए मैंने खुद को इस तरह से तराशा कि उसने मुझे दृढ़ निश्चयी और महत्वाकांक्षी बना दिया। गुप्ता को याद है कि छोटी उम्र में देवदास देखने के दौरान पूर्व मिस वर्ल्ड ऐश्वर्या राय बच्चन को देखकर वह कैसे मंत्रमुग्ध हो गई थीं। उन्होंने कहा कि यह सौंदर्य प्रतियोगिता जीतने के सपने की शुरुआत थी। उन्होंने 10 साल की उम्र में उन्हें प्रेरित करने का श्रेय अपनी मां को दिया।

गुप्ता ने कहा, मुकुट ने मुझे आर्किषत किया। जब मैंने इस अखबार में देखा, मुझे लगा, ‘हम इसे कैसे पा सकते हैं?’ मेरी मां डीवीडी पर ‘देवदास’ देख रही थीं, मैं ऐश्वर्या की सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध थी, और मैंने अपनी मां से पूछा, ‘वह कौन हैं?’ उन्होंने कहा, ‘वह मिस वर्ल्ड हैं’। मुझे लगा ‘आप यह कैसे बनते हैं?’ और जब उन्होंने मुझे इसके बारे में बताया, तो मैं वह बनना चाहती थी। गुप्ता ने कहा कि वर्षों से उन्होंने समाज के प्रति सौंदर्य प्रतियोगिताएं जीतने वालों के योगदान को देखा है और उन्होंने अपने जीवन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्हें महिलाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसर पैदा करने के वास्ते अपनी लोकप्रियता का उपयोग करने की उम्मीद हैं।

उन्होंने कहा, एक छोटे से शहर से आने के बाद, मेरे सपने बड़े थे और आज लोगों ने मेरे प्रति पूरी उदारता बरती… मिस इंडिया सिर्फ एक ऐसा मंच नहीं है जो आपको आपके सपनों के करीब लाता है, यह आपको एक आवाज भी देता है, क्योंकि लोग आपका अनुसरण करना शुरू कर देते हैं। गुप्ता ने कहा कि व्यवसाय प्रबंधन का अध्ययन करने का विचार खुद को एक उद्यमी के रूप में तैयार करने के लिये था। वह उनके अंदर शिक्षा के महत्व को स्थापित करने का श्रेय अपने पिता को देती हैं। उन्होंने यह भी साझा किया कि ग्लैमर क्षेत्र में रुचि के बारे में शुरू में वह आशंकित थीं।

उन्होंने कहा, पढ़ाई के प्रति उनका रुझान था। जैसे ही उन्होंने मुझमें जुनून देखना शुरू किया, कैसे मैं मुंबई में अकेले रहती थी, मैं चीजों का कैसे प्रबंधन करती थी, कैसे मैं पढ़ाई कर रही था और कहीं नहीं जा रही थी, उन्होंने अपना इरादा बदल दिया। गुप्ता ने कहा, ‘मिस राजस्थान’ के रूप में मेरे चुने जाने के बाद उनकी सोच पूरी तरह बदल गई। इसे (ग्लैमर उद्योग को) करियर के तौर पर लेने को लेकर उनकी असुरक्षा को मैंने समझा। इसलिए, मैंने यह सुनिश्चित किया कि पढ़ाई छोड़ कर मैं उनका दिल नहीं दुखाउंगी। यही वजह है कि ‘मिस इंडिया’ जीतने के बाद अपने पिता की प्रतिक्रिया देखकर वह भावुक हो गई थीं। उन्होंने कहा, मेरी जीत के बाद मेरी मां नहीं रोईं, लेकिन मेरे पिता रोए और जीवन में पहली बार मुझे गले से लगा लिया। उन्हें गर्व था और (मैंने देखा) उनके चेहरे पर खुशी के आंसू थे। गुप्ता अगले साल यूएई में होने वाली मिस वर्ल्ड पेजेंट के 71वें संस्करण में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

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