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‘सर्व धर्म समभाव’ में खलल डालने वालों को नहीं करेंगे बर्दाश्त: प्रमोद सावंत

पणजी: महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने ‘सर्व धर्म समभाव’ के रास्ज़्ते में रोड़ा बनने वालों को चेताया। मुख्यमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि अगर कोई राज्य में ‘सर्व धर्म समभाव’ में खलल डालता है तो आप लोग सड़कों पर न उतरें, सरकार पर.

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पणजी: महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने ‘सर्व धर्म समभाव’ के रास्ज़्ते में रोड़ा बनने वालों को चेताया। मुख्यमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि अगर कोई राज्य में ‘सर्व धर्म समभाव’ में खलल डालता है तो आप लोग सड़कों पर न उतरें, सरकार पर भरोसा रखें। सावंत ओल्ड-गोवा में आयोजित एक कार्यक्रम में महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।

सावंत ने कहा, ‘‘गोवा में पिछले कई वर्षों से सर्व धर्म समभाव कायम है। लेकिन आजकल कोई इसमें खलल डालने की कोशिश कर रहा है। कोई शिवाजी की मूर्ति का अपमान कर रहा है। चर्च का पादरी हिंदू धर्म के खिलाफ बोल रहा है और कोई मुसलमानों के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहा है।’ सावंत ने कहा, ’इस तरह की घटनाएं होने के बाद लोग परेशान हो जाते हैं और थाने पहुंच कर सार्वजनिक रूप से जमा हो जाते हैं। सरकार पर भरोसा रखें। शिवाजी की प्रतिमा को अपमानित करने वालों को पुलिस ने पकड़ लिया है। हिंदू देवताओं के खिलाफ बोलने वाले की शिकायत की गई। सोशल मीडिया पर मुसलमानों के खिलाफ पोस्ट करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज की गई।’

सावंत ने आगे कहा,‘‘लोगों को सड़कों पर उतरने की बजाय सरकार पर भरोसा करना चाहिए। हम उन लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो हमारे सर्व धर्म समभाव में खलल डालेंगे।’ सावंत ने हाल ही में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा था कि कुछ लोग ‘सर्व धर्म समभाव’ की प्रथा को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘‘कुछ लोग हमारे राज्य में सर्व धर्म समभाव की प्रथा को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सभी धर्मों के त्योहार मनाना हमारी परंपरा में है। हम जश्न मनाने के लिए एक-दूसरे के यहां जाते हैं। हमें इस प्रथा को बनाए रखना होगा।’

सावंत ने कहा, ‘‘हिंदू, ईसाई और मुस्लिम एक साथ रहते हैं और हमें इस परंपरा को बनाए रखना है। गणेश चतुर्थी के दौरान ईसाई लोग हमारे घर आते हैं और क्रिसमस के दौरान हम उनके घर जाते हैं। ये परंपरा पिछले कई सालों से चली आ रही है। लेकिन, मुझे लगता है कि कुछ लोग इसमें खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं। मैं सभी से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील करता हूं।’

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