CM Mohan Yadav : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि महर्षि श्री बालीनाथ बैरवा के बताए मार्ग पर चलते हुए राज्य में बंद हो गई मिलों के मजदूरों को ब्याज सहित उनका हक दिलाया जाएगा। उज्जैन में महर्षि श्री बालीनाथ बैरवा जयंती के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भारत विभिन्न धर्मों, समाजों, भाषाओं और संस्कृतियों का देश है। सब मिलकर यहां सद्भाव से रहते हैं। सांस्कृतिक वैविध्य ही हमारी संस्कृति की पहचान है। हमारी आस्था और जीवन मूल्य हमें विकास की ओर ले जाते हैं। योग, तप, साधना और साहचर्य से जीवन के समग्र विकास की शिक्षा सिर्फ भारतीय संस्कृति ही सिखाती है। समाज में जनजागृति लाने में महर्षियाें की बड़ी अहम भूमिका रही है। महर्षि श्री बालीनाथ बैरवा उन्हीं में से एक थे। वह परम संत थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि बालीनाथ के बताए मार्ग से प्रेरणा लेकर हमारी सरकार गरीबों के जीवन में उजाला लाने और उनके कष्टों का निवारण करने का प्रयास कर रही है। हमारी सरकार ने उज्जैन की विनोद मिल के मजदूरों का संकट खत्म किया, उन्हें उनके सभी हक दिलाए। इंदौर की हुकुमचंद मिल के मामले का भी समाधान किया। हम ग्वालियर की जेसी मिल्स के मजदूरों को भी हक दिलाने की ओर आगे बढ़ रहे हैं। प्रदेश की ऐसी सभी बंद मिलों, जिनके मजदूरों को उनका हक अब तक नहीं मिल पाया है, सरकार पूरे ब्याज सहित उन मिल मजदूरों को उनका वाजिब हक दिलाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हमारी सरकार प्रदेश में गरीब, युवा, किसान, महिला और सभी जरूरतमंदों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध होकर प्रयास कर रही है। विकास के लाभ से किसी को भी वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। सबके सपने साकार करने के लिए हम हर जरूरी कदम उठाएंगे। जो असंभव दिखता है, वो केवल सनातन धर्म में ही संभव है।
महर्षि बालीनाथ ने समाज की कुरीतियों, रूढ़ियों और बुराइयों को खत्म किया और सबको सद्मार्ग की ओर ले जाने का काम किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले साल सरकार राज्य स्तरीय पंचायत का आयोजन करेगी। इसमें देश के विभिन्न अंचलों में रह रहे बैरवा समाजजनों को आमंत्रित किया जाएगा। बैरवा समाज के उद्योगपति और व्यवसायी सामने आएं। सरकार प्रदेश में हो रहे औद्योगिक विकास से इन्हें जोड़कर बैरवा समाज का सर्वांगीण विकास करेगी।