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डीके शिवकुमार के ‘संविधान’ वाले बयान पर भड़की भाजपा, कहा- यह गांधी परिवार का बयान

BJP got angry on DK Shivkumar

BJP got angry on DK Shivkumar

नई दिल्ली : कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के संविधान बदल रहा है बयान पर अब राजनीति तेज हो गई है। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने डीके शिवकुमार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उनका बयान गांधी परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, ‘डीके शिवकुमार द्वारा दिया गया बयान केवल उनका अपना बयान नहीं है, बल्कि यह गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी के विचारों का प्रतिनिधित्व करता है।

जब वह कहते हैं कि अगर वे कभी सत्ता में आए तो मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान बदल देंगे, तो यह उनके असली इरादों को दर्शाता है। उनमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण को छीनकर मुसलमानों को दे देंगे, ऐसा कभी नहीं हो सकता है। जो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेगा और उनके दिए संविधान को बदलने की कोशिश करेगा, ऐसा हम होने नहीं देंगे।’

उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि वे नेहरू की पॉलिसी पर चल रहे हैं, क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री का पद प्राप्त करने के लिए देश का बंटवारा किया था। आज भी अनफिट राहुल गांधी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए देश के पुर्नबटवारे की कोशिश कर रहे हैं।’

संविधान के साथ अत्याचार का आरोप

कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के संविधान पर दिए गए बयान पर भाजपा सांसद लहर सिंह ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि जिस कारण से वे संविधान में संशोधन की बात कर रहे हैं, मैं समझता हूं कि यह बाबा साहेब अंबेडकर का सबसे बड़ा अपमान है। गांधी परिवार अपने करीबी सहयोगी डीके शिवकुमार, जो अब कांग्रेस पार्टी के स्तंभ हैं, के माध्यम से बाबा साहेब के अपमान होने दे रहे हैं।

यह गांधी परिवार को शोभा नहीं देता, क्योंकि उन्होंने पहले भी संविधान के साथ अत्याचार किया था। कांग्रेस संविधान का अपमान करने के लिए जानी जाती है।’ दरअसल, डीके शिवकुमार से एक न्यूज चैनल के मंच पर कर्नाटक सरकार की मुस्लिम आरक्षण नीति को कोर्ट में चुनौती दिए जाने को लेकर सवाल किया गया था।

इस पर उन्होंने कहा, ‘कोर्ट से जो भी फैसला आएगा, हमने कुछ शुरू किया है। मुझे पता है कि सब कोर्ट जाएंगे। हमें एक अच्छे दिन का इंतजार करना होगा। बहुत सारे बदलाव हैं, संविधान बदल रहा है, और ऐसे फैसले हैं जो संविधान को बदल देते हैं।’

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