जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार में जुटी है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। गहलोत का यह बयान संसद परिसर में बृहस्पतिवार को विपक्ष और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों के बीच हुई ‘धक्का-मुक्की’ के संदर्भ में आया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘इतिहास में ऐसा पहली बार देखा गया है कि सत्ताधारी सांसदों ने बाहुबल के दम पर विपक्षी सांसदों को सदन में प्रवेश करने से रोका हो और दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष के साथ धक्का-मुक्की कर उन्हें चोट पहुंचाने का प्रयास किया हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके बावजूद भाजपा पूरी बेशर्मी के साथ राहुल गांधी पर आरोप लगा रही है। सब जानते हैं कि राहुल गांधी की सोच, व्यवहार और चिंतन सच्चाई की राह पर चलकर मानव मात्र की सेवा करने का है।
अहिंसा, प्यार, मोहब्बत तथा भाईचारा के साथ जनसेवा करना उनकी प्रतिबद्धता में शामिल है। अन्यथा ऐसे ही कोई 4,000 किलोमीटर की यात्र नहीं कर सकता।’’ राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘गांधी परिवार का अहिंसा में इतना विश्वास है कि राजीव गांधी के हत्यारों के मृत्युदंड को भी माफ कर दिया था। राहुल गांधी पर सुबह आरोप लगाए गए और शाम को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई जो दिखाता है ये साजिश के तहत किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी एवं अन्य सांसदों के साथ भाजपा सांसदों ने जो बदसलूकी और धक्का-मुक्की की उसका कोई जिक्र ही मीडिया में नहीं है।
कल से आज तक इस घटना के सीसीटीवी फुटेज क्यों जारी नहीं किए गए? कहीं ऐसा तो नहीं इन फुटेज को भाजपा की सहूलियत के मुताबिक छेड़छाड़ कर जारी किया जाएगा? उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है जिसमें सरकार, अधिकारी एवं मीडिया मिलकर राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार करने में जुटे हैं। परन्तु देश की जनता राहुल गांधी को पहचानती है इसलिए इस दुष्प्रचार का कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।’’