Bhopal : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के जहांगीराबाद में लगे एक पोस्टर का मुस्लिम समाज के लोग विरोध कर रहे हैं और उन्होंने कहा है कि यह भोपाल की गंगा-जमुनी तहजीब के खिलाफ है। जहांगीराबाद राजधानी का मुख्य चौराहा है। इसी चौराहे पर एक बड़ा पोस्टर लगा है, इस पोस्टर को एक सामाजिक संस्था ने लगाया है, जिस पर सनातनी हिंदू श्रम साधक लिखा है। साथ ही उसमें विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले दो सौ लोगों के नाम, नंबर और क्या काम करते हैं, यह दर्ज है। इस पोस्टर के लगाए जाने की जानकारी होने पर मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध दर्ज कराया है। मोहम्मद सावर का कहना है कि यह पोस्टर ओछी मानसिकता का परिचायक है, भोपाल गंगा-जमुनी तहजीब का क्षेत्र है, सबको साथ लेकर चलने वाला क्षेत्र है। सांप्रदायिक सद्भाव के लिए भोपाल जाना जाता है। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं, क्या ऐसे होगा।
भोपाल शांति का टापू है
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यह ऐसा क्षेत्र है, जहां झांकी भी बैठती है, मुहर्रम के जुलूस का स्वागत भी होता है, आरएसएस के पथ संचलन का भी स्वागत करते हैं। इसे देखते हुए मेरी ऐसे लोगों से अपील है कि भोपाल में सांप्रदायिकता की मानसिकता न फैलाएं, भोपाल शांति का टापू है। ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पोस्टर लगाने के खिलाफ थाने में शिकायत करेंगे
एक अन्य शख्स मुजाहिद सिद्दीकी का कहना है कि यह पोस्टर जिन्होंने लगाया है, उनकी निंदा करता हूं। यह देश हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई का है। इसका उदाहरण है महाकुंभ, जहां करोड़ों हिंदू श्रद्धालु पहुंचे, वहां भी मुसलमानों ने उनकी मदद की। वहां मौलवी ने मदरसे खोल दिए। वहां चाय-पानी, नाश्ता, रहने के लिए सारी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई। इस तरह का पोस्टर लगाकर ये लोग क्या साबित करना चाहते हैं, जिन्होंने यह पोस्टर लगाया और लगवाया है, उनके खिलाफ थाने में शिकायत करेंगे।