लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की पुण्यतिथि पर योजना भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। सीएम योगी ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान अपने विचार रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के साथ-साथ देश के वरिष्ठ राजनेता थे। उन्होंने अपना मार्ग संघर्षों से प्रशस्त किया था। अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान सार्वजनिक जीवन की शुचिता व पारदर्शिता के साथ-साथ लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी अगाध निष्ठा थी।
हम सभी के लिए मार्गदर्शक का कार्य करते हैं उनके संकल्प
सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए बहुगुणा जी ने जो संकल्प और जो कार्ययोजना 1973 से 1975 के बीच तय की थी, वह आज भी हम सभी के लिए मार्गदर्शक का कार्य करती है। केंद्रीय मंत्री के रूप में भी उन्हें अलग-अलग दायित्वों के निर्वहन का अवसर प्राप्त हुआ था।
स्व. बहुगुणा की कर्मस्थली व संघर्षस्थली के रूप में जाना जाता है प्रयागराज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज उनकी कर्मसाधना की स्थली के साथ-साथ देश की स्वाधीनता आंदोलन की लौ को प्रखरता के साथ आगे बढ़ाने के लिए उनकी संघर्षस्थली के रूप में भी जानी जाती है। 17 मार्च 1989 को अपने नश्वर देह को विसर्जित करते हुए वे हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी स्मृतियां आज भी समाज जीवन से जुड़े अलग-अलग पक्षों को नई दिशा प्रदान कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की पावन पुण्यतिथि पर उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश वासियों की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
श्रद्धांजलि सभा में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान, लालजी प्रसाद निर्मल, पूर्व सांसद रीता बहुगुणा जोशी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।