भागलपुर : आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में प्रदूषण को लेकर बयान दिया था। जिसमें उन्होंने भागलपुर का नाम भी लिया था। वायु प्रदूषण को लेकर दिए गए बयान में भागलपुर का नाम आने के बाद डीएम नवल किशोर चौधरी एक्टिव मोड में दिखे।
बिहार में थर्मल पॉवर के कई प्लांट हैं। जिसमें कहलगांव, बाढ़, बरौनी, कांटी और नवीनगर में कोयला आधारित थर्मल पॉवर प्लांट हैं। उन इलाकों में खासकर भागलपुर के कहलगांव से निकलने वाले राख और ऐश पॉन्ड से भीषण प्रदूषण होता है। उस बबात एफडीजी (फ्यूल डिसल्फराइजेशन) संयंत्र भी मंगाया गया है।
हवा में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा होगी नियंत्रित
इसे 2026 तक वायु प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए इंस्टॉल भी करना है। इससे हवा में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा नियंत्रित होगी। लेकिन अभी तक कहीं भी एफडीजी संयंत्र नहीं लगाया गया है।
डीएम नवल किशोर चौधरी ने गुरुवार को कहा कि प्रदूषण हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती है। इसे लेकर एनटीपीसी अधिकारियों से बात कर संयंत्र लगाने का प्रयास जल्द होगा, ताकि वायु प्रदूषण में कमी लाई जा सके।
लोगों के फीडबैक को कंपाइल करके हम लोग विभाग को भेजेंगे
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बैठक की है और अपने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही हम समस्त जनप्रतिनिधियों से लिखित में भी आग्रह कर रहे हैं कि लाखों की संख्या में विभिन्न आम जनता हमें फीडबैक दे कि 2047 तक बिहार में वह कैसा विकास चाहते हैं, किस रूप में चाहते हैं। उन सभी लाखों लोगों के फीडबैक को कंपाइल करके हम लोग विभाग को भेजेंगे।
आगे कहा कि विभाग उस पर विचार करके एक रणनीति तैयार करेगा जो बिहार के विकास के लिए एक बहुत बड़ा कदम होगा, यह बहुत बड़ा अध्याय होगा। मैं आम लोगों से अपील करता हूं कि विकसित बिहार 2047 डिविजन के लिए लिंक भी विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से हमने जारी किया है। उस पर जाकर हमें फीडबैक दें और भागलपुर के समस्त फीडबैक को इस प्रकार से वह जाहिर करें जो भागलपुर के विकास के लिए साबित हो।