नई दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक अवसर पर संसद के दोनों सदनों में दो दिवसीय चर्चा का अनुरोध किया है। राहुल गांधी ने पत्र में कहा, ‘मैं सभी विपक्षी दलों की ओर से आपको यह पत्र लिखकर संविधान सभा द्वारा भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक अवसर पर संसद के दोनों सदनों में दो दिवसीय चर्चा का अनुरोध कर रहा हूं। इससे आज सेंट्रल हॉल में आयोजित विशेष समारोह को आगे बढ़ाया जा सकेगा। यह ऐतिहासिक अवसर सभी सांसदों को सामूहिक रूप से संविधान के निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर की विरासत पर विचार करने का एक अमूल्य अवसर प्रदान करता है।’ राहुल गांधी ने पत्र में कहा कि इस तरह की विशेष चर्चाओं के कई उदाहरण पहले भी रहे हैं। 2015 में, दोनों सदनों ने 26 नवंबर को डॉ. अंबेडकर की 125वीं जयंती मनाने के लिए दो दिवसीय, 13 घंटे की चर्चा की थी। हमने 9 अगस्त 2017 को भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ और 2022 में देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भी दोनों सदनों में चर्चा की थी।
बातचीत लोकतंत्र की भावना को मजबूत करेगी : कांग्रेस
कांग्रेस ने पत्र में कहा कि मुझे विश्वास है कि आप (लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला) हमारे अनुरोध पर सहमत होंगे। मुझे विश्वास है कि इस तरह की बातचीत लोकतंत्र की भावना को मजबूत करेगी और संविधान द्वारा परिकल्पित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदशरें के प्रति संसद की प्रतिबद्धता को प्रदर्शति करेगी। दो दिवसीय चर्चा के बाद सरकार के विधायी एजेंडे पर विचार किया जा सकता है। बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर बहस होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 दिसंबर को जवाब देंगे। वहीं इस मुद्दे पर राज्यसभा में 16 और 17 दिसंबर को सांसद चर्चा करेंगे। राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।